छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बदलाव की प्रक्रिया एक बार फिर से टल गई है। अगस्त से संगठन में बदलाव की चर्चाओं के बीच अक्टूबर अंत तक बदलाव पूरी तरह से फाइनल माना जा रहा था, लेकिन अब संगठन में बदलाव की प्रक्रिया उपचुनाव के नतीजों के बाद होगी। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि उपचुनाव पार्टी की पहली प्राथमिकता है। बैज ने कहा कि नियुक्तियों की प्रक्रिया चल रही है। अभी हमारा ध्यान उपचुनावों पर है। हमें चुनाव लड़ना है और जीतना है। जल्द नियुक्तियां की जाएंगी। वहीं पीसीसी चीफ के करीबी लोगों के अनुसार सूची पूरी तरह से तैयार है।
चुनाव की घोषणा से पहले दावेदारों ने वरिष्ठ नेताओं के सामने अपनी उपस्थिति भी बढ़ा दी थी, लेकिन अब एक बार फिर सभी गतिविधियों पर रोक लग गई है। पहले न्याय यात्रा के बाद फिर उपचुनाव की घोषणा के बाद सूची जारी करने की रणनीति थी। प्रदेश में इसी साल के अंत तक नगरीय निकाय के भी चुनाव होने हैं, ऐसे में पीसीसी की तैयारी है कि निकाय चुनाव से पहले ही बदलाव कर दिए जाएं, ताकि नई टीम के साथ मिलकर निकाय के चुनाव में उतारा जाए।
कांग्रेस में ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है, जिनके खिलाफ चुनाव के दौरान काम नहीं करने की शिकायत मिली है। वहीं ऐसे लोगों को भी हटाए जाएंगे, जो 5 साल का कार्यकाल लगभग पूरा कर चुके हैं। संगठन को मजबूत करने वाले तेज तर्रार नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की सूची अगस्त माह में जारी होने की बात कही जा रही थी, लेकिन अगस्त और सितंबर माह भी इंतजार में ही बीत गया। कहा जा रहा है कि अब जल्द ही सूची जारी हो सकती है।
बैठकों में जिला अध्यक्षों के साथ ही प्रदेश पदाधिकारियों के लिए भी नेताओं के संबंध में फीडबैक लिया जाएगा। यही वजह है कि यात्रा के बाद प्रभारी सचिवों के फीडबैक और वरिष्ठ नेताओं की सहमति से नई टीम को लेकर फैसला होगा। कांग्रेस पार्टी में इन दिनों नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा है कि इस बार बनाई जा रही सूची में 50 साल से कम उम्र के लोगों की संख्या काफी अधिक है। पायलट ने उदयपुर चिंतन शिविर के नियमों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसलिए AICC के निर्देश के आधार पर यह सूची तैयार की जा रही है।