महिला बाल विकास के हालिया स्थानन्तरित विवादित अधिकारी रामजतन कुशवाहा को बिलासपुर भेजा गया है। ये वही अधिकारी हैं जो रेणुका सिंह के विशेष सहायक थे और उसी दौरान इन्होंने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कांकेर में बैठक ले डाली थी। हाल ही में इन पर उच्च न्यायालय में गलत हलफनामा दिलवाने की शिकायत भी दर्ज की गई थी। इसके अलावा इनकी शिकायतों पर सैकड़ों जांच लंबित है। इसी बीच सूत्रों के हवाले से पता चला है कि संचालनालय महिला बाल विकास की आई सी डी एस शाखा देखने वाले एक उपसंचालक को समयमान वेतनमान दिलवाने के चक्कर में कुशवाहा अपनी भारमुक्ति रुकवाना चाहते हैं।
ये भी बताया जाता है कि अनेक प्रकरणों में शासन को भृमित करने वाली जानकारी देने के गम्भीर आरोप रामजतन पर हैं जिनकी जांच जारी है। ऐसी गलत जानकारियों को सही साबित करने की फाइलें बनाने के चक्कर में उपसंचालक अपनी भारमुक्ति रुकवाना चाहते हैं। हाल ही में कुशवाहा के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के प्रकरण में मंत्री जी के अधिकारों के उल्लंघन पर सचिव महिला बाल विकास की शिकायतें हो चुकी है और इस पर भारी कोहराम मचा था। अब देखना ये है कि संचालक महिला बाल विकास भी क्या मंत्री जी के आदेशों का उल्लंघन करने की तैयारी में हैं ? जबकि मंत्री जी इस विवादित अधिकारी की तत्काल भारमुक्ति के आदेश दे चुकी हैं।