केंद्र और राज्य में सरकार चुनने की कवायद होना संवैधानिक प्रक्रिया है। राजनैतिक दलों को जनता बहुमत देती है,सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त होता है। बहुमत पाए दल का नेता मुख्यमंत्री होता है और उसके कार्य दायित्व के लिए शासकीय रूप से कार्यालय का निर्धारण होता है। मुख्य मंत्री विष्णु देव साय का भी मुख्य मंत्री के रूप में कार्यालय है।जिसे सीएमओ (CMO)कार्यालय कहा जाता है।ये भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय नहीं है। पार्टी कार्यालय डूमरतराई में स्थित एकात्मक परिसर है।
भारतीय जनता पार्टी ने कुछ अरसे पहले पार्टी सदस्यता अभियान चलाया, चलाना भी चाहिए।अगले स्थानीय निकाय चुनाव में दमदारी से लड़ना है। इसमें मुख्य मंत्री कार्यालय कहां से पार्टी कार्यालय बन गया ,समझ से परे है। सीएमओ कार्यालय से पार्टी सदस्यता के रिकॉर्ड आंकड़े 60लाख से अधिक पहुंचने पर मुख्यमंत्री के द्वारा अधिकृत रूप से बधाई प्रेषित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्यों को पूर्ण करने की आशा की गई है।
भूपेश बघेल जैसे मुख्य मंत्री के कार्यकाल में जिसमें मुख्य मंत्री कार्यालय के निरंकुश अधिकारी अनिल टुटेजा, टोमन सिंह सोनवानी और सौम्या चौरसिया भी सत्ता के शीर्ष कार्यालय का ऐसा पार्टी कार्यालय नहीं बनाए थे। सत्ता,संवैधानिक रूप से व्यवस्था है जिसमें राजनैतिक दल विधान सभा के भीतर दिखाई देते है। मुख्य मंत्री कार्यालय कार्यपालिका का मुख्य कार्यालय है, भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय नहीं है। मुख्य मंत्री कार्यालय का भाजपाईकरण करने वाले दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही होना चाहिए।