219 करोड़ रुपए के राशन चांवल आदि बचत घोटाले की जांच विधान सभा जांच समिति ने अभी पूरा नहीं किया है वहीं खाद्य मंत्रालय के एक उप सचिव हेमिन वाघे के पत्र में खाद्य संचालनालय के तत्कालीन अपर संचालक को निर्दोष के उल्लेख पर हमर संगवारी संस्था के अध्यक्ष राकेश चौबे ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित खाद्य सचिव को पत्र प्रेषित कर आपत्ति किया है।
राकेश चौबे ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने दो वर्ष पूर्व विधान सभा में 600 करोड़ रुपए के राशन चांवल के आबंटन, भंडारण, वितरण, बचत में घोटाले का मुद्दा विधान सभा में उठाया था। विष्णु देव साय सरकार ने इस घोटाले के लिए विधान सभा जांच समिति गठित किया है।जिसकी जांच जारी है। चौबे ने बताया कि खाद्य संचालनालय में अपर संचालक ने संचालकों को अंधेरे में रख कर हर महीने राशन दुकानों में चांवल बचत होने के बावजूद सौ फीसदी आबंटन जारी कराया।
प्रदेश स्तर पर शिकायत हुई तो घोषणा पत्र गायब करा दिया गया। जूम कांफ्रेंस लेकर बाजार से घटिया चांवल खरीदवाया। नियम विपरीत कार्यवाही कर राशन दुकानों के खिलाफ वसूली की कार्यवाही पद प्रभाव का दुरुपयोग कर किया गया। इस संबंध में राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, खाद्य मंत्री,सचिव, सहित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित मुख्य सचिव और खाद्य सचिव को प्रामाणिक शिकायत भेजी गई है।जिसके संबंध मे जांच किए जाने संबंधी पत्र अप्राप्त है। पूर्व मे भी मंत्रालय के एक अधिकारी द्वारा शिकायत को नस्तीबद्ध करने का पत्र भेजा गया था।
चौबे ने बताया कि मंत्रालय के पत्र को जनसंपर्क विभाग न भेज कर प्रकाशित किया जाना नियम विपरीत है। जिसकी जांच किए जाने की मांग की गई है.
