कांग्रेस सरकार में राज्य को बेचने के लिए बैठे दर्जन भर आई ए एस और आई पी एस अधिकारी ऐसे ही कम नहीं थे उनके रिश्तेदार भी लूट खसोट का धंधा चला रहे थे। टामन सिंह सोनवानी ने लोक सेवा आयोग के माध्यम से खूब पोस्ट बेचें। बड़े पदों के लिए पचास साठ लाख रुपए अपनी पत्नी के एनजीओ में जमा करवाए। चपरासी जैसे पोस्ट की भर्ती लोक सेवा आयोग के जरिए करवा कर छह छह लाख रुपए घूस ली।
जब अधिकारी, नेताओं और व्यापारियों के रिश्वत के जरिए चयन हुआ था तब काका गुर्रा रहे थे। क्या इनके बच्चे अधिकारी नहीं बन सकते,कका अभी जिंदा है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने टामन सिंह सोनवानी के साले देवेंद्र जोशी और इसकी पत्नी झगीता जोशी को गिरफ्तार किया है। ये दोनों राज्य में हुए फूड इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के आड़ में नौ लोगों से पच्चीस पच्चीस लाख रुपए वसूले है। पुलिस सूत्रों के अनुसार देवेन्द्र जोशी फूड इंस्पेक्टर परीक्षा के पहले खाद्य संचालनालय में आता जाता था।
खाद्य विभाग का एक अधिकारी जो सालों से कोचिंग क्लास में सेवा दे रहा है उसके संपर्क में था। ज्ञात रहे फूड इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में खाद्य विभाग के नियम कानून से संबंधित पच्चीस तीस प्रश्न पूछे जाते है।जिसे परीक्षा लेने वाली संस्था विभाग से मंगवाता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार खाद्य विभाग के एक अधिकारी ने अपने रिश्तेदार के नाम से फूड इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के लिए वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की एक किताब भी पुरानी बस्ती रायपुर से प्रकाशित करवाई थी।
यही नहीं ऑन लाइन क्लास चलाकर भी फीस लेकर अध्यापन का भी काम किया था। देवेंद्र जोशी का खाद्य संचालनालय से क्या लिंक है इस बारे में जानकारी ली जा रही है। टामन सिंह सोनवानी के समय में सारी चयन परीक्षा संदेह के घेरे में है। खाद्य संचालनालय के अधिकारी भी इससे अलग नहीं है