इंदौर। इंदौर नगर निगम में ड्रेनेज विभाग में फर्जी बिल का मामला अभी शांत नहीं हुआ है, इस बीच एक और फर्जीवाड़े का मामला सामने आ गया है। एमजी रोड पुलिस ने तीन निजी कंपनी के संचालकों पर 4 करोड़ रुपए के फर्जी बिल लगाने का प्रकरण दर्ज किया है। तीनों फरार आरोपियों पर पहले से ही अन्य मामले भी दर्ज हैं जिनकी तलाश की जा रही है। मामले में की जानकारी देते हुए एमजी रोड थाना प्रभारी विजय सिसोदिया ने बताया कि हरि श्रीवास्तव द्वारा शिकायत की गई है। जिसमे बताया कि नगर निगम के ट्रेंचिंग ग्राउंड पर पोकलेन मशीन की आवश्यकता कचरे को एकत्रित करने के लिए पढ़ती थी।
उसी के लिए मोहम्मद जाकिर निवासी मदनी नगर कंपनी किंग कंस्ट्रक्शन, मोहम्मद सिद्दीकी निवासी मदनी नगर ग्रीन कंस्ट्रक्शन, राहुल वडेरा जाह्नवी इंटरप्राइजेज निवासी आशीष नगर तीनों ही कंपनी और कंपनी के संचालक ट्रेंचिंग ग्राउंड पर पोकलेन मशीन लगाने के नाम पर पहले तो कंपनी का रजिस्ट्रेशन नगर निगम में करवाया। फिर उसके बाद मिलीभगत कर पोकलेन मशीन का कार्य दर्शाते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार कर बिल प्रस्तुत कर दिए। इसके बाद खाते में करोड़ों रुपए ट्रांसफर करवा लिए। इस तरह निगम को चूना लगाया गया।
मामले में नगर निगम द्वारा 5 दिन पहले एक शिकायती आवेदन थाने पर प्रस्तुत किया गया था। जिसके बाद में पुलिस के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों ने अवलोकन करने के बाद में जांच पड़ताल की। तीनों ही कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। यह धोखाधड़ी 4 करोड़ रुपए की बताई जा रही है।