आज ईडी ने 140 करोड़ रुपए के चांवल कमीशन घोटाले को लेकर रायपुर और दुर्ग में छापे मारे। दुर्ग में छापा छत्तीसगढ़ राइस मिल संघ के अध्यक्ष कैलाश रूंगटा को तीसरा निशाना बनाया है। कैलाश रूंगटा ने पूर्व मुख्य मंत्री के जिले का होने के कारण अध्यक्ष बने या बनाए गए थे। कैलाश रूंगटा से पहले संघ के अध्यक्ष भाजपा शासन में मंत्री बृज मोहन अग्रवाल के छोटे भाई योगेश अग्रवाल थे। योगेश अग्रवाल को हटाने का कारण कस्टम मिलिंग की राशि बढ़ने बढ़ाने का था। प्रदेश के संघ ने पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल का सम्मान समारोह राजधानी के एक बड़े होटल में रखा।
समारोह के पहले ही मुख्य मंत्री कार्यालय के सर्वेसर्वा अनिल टुटेजा, सौम्या चौरसिया और निरंजन दास,मनोज सोनी ने सं क्यूघ के कुछ पदाधिकारियों को बैठा कर कहानी समझा दी। भाजपा कार्यकाल में मिल रहे 35रूपये क्विंटल राशि को साढ़े तीन गुना याने 120रूपये क्विंटल रखने का आफर दिया गया।बदले मे बीस रुपए प्रति क्विंटल रिश्वत देने की बात हुई। संघ के पदाधिकारियों ने सदस्यो से बात कर निर्णय लेने की बात कही। बहती गंगा में सब हाथ धोना चाहते थे सो सम्मान भी हो गया और समारोह भी शुरू हो गया।
मुख्य मंत्री का जिला प्रदेश अध्यक्ष कैलाश रूंगटा ने आशीष वर्मा के लिए सुरक्षित रख लिया। वसूली के लिए दुर्ग जिले के खाद्य अधिकारी को जिम्मा दिया गया। बाकी जिले में राइस मिलों के जिला संघ के अध्यक्षों की जिम्मेदारी दी गई। सबसे ज्यादा वसूली रायपुर, बिलासपुर में की गई लेकिन चर्चा इस बात की है कि इन लोगो ने 20रूपये क्विंटल की राशि राइस मिलर्स से लेकर हिसाब किताब में गड़बड़ी की है। कायदे से मनोज सोनी को मिलने वाली राशि रायपुर जिले के पूर्व कलेक्टर को थमा दी गई थी। ईडी के पास रायपुर के पूर्व कलेक्टर और संघ के अध्यक्ष के बीच के हिसाब किताब के कागज मनोज सोनी के यहां से मिले है।
ईडी के गिरफ्त में आए मनोज सोनी और रोशन चंद्राकर ने ईडी को बहुत सी बाते बता दी है। कमीशन सभी ने खाया है तो केवल दो लोग क्यों भुगते? सूत्रों के अनुसार ईडी को बहुत सारे डीएमओ, राइस मिल के जिला संघ अध्यक्षों के द्वारा दिए गए पैसे की जानकारी मिल चुकी है। निकट भविष्य में दो तीन जिला संघ के अध्यक्षों सहित कुछ जिलों के डीएम ओ भी उठाए जा सकते है। 140करोड़ का गोलमाल है। बड़ा हिस्सा सत्ता और संगठन खा पीकर मस्त है वही चिल्लहर खाने वाले जेल में चालीस डिग्री तापमान में तप रहे है।असली तपने वालो का नाम सामने आने से रहा