Vadodara: गुजरात में एक आवासीय परिसर के निवासी दूसरे समुदाय की महिला को अपार्टमेंट आवंटित होने से नाराज हैं। उनका कहना है कि यह क्षेत्र एक समुदाय विशेष के लोगों का है इसलिए इस समुदाय महिला का आवंटन रद्द किया जाए। इसके लिए वे विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल मोटनाथ रेजीडेंसी, जिसमें लगभग 460 फ्लैट हैं। राज्य सरकार की मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए वीएमसी की आवास परियोजना है। गुजरात सरकार की इस योजना के तहत वडोदरा नगर निगम द्वारा निर्मित एक आवासीय परिसर आवंटित हुए।
वर्तमान में अन्यत्र रहने वाली एक समुदाय की महिला को 2018 में मकान आवंटित कर दिया गया। लेकिन उस स्थान पर रहने वाले अन्य लोगों को इस पर विरोध शुरू कर दिया। निवासियों का कहना है कि यह इलाका केवल समुदाय विशेष का है। दूसरे समुदाय की महिला को अपार्टमेंट आवंटित किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह इलाका केवल उनके समुदाय के लिए है। आवंटित फ्लैट को रद्द करने की मांग कर रहे निवासियों का प्रदर्शन तेज हो गया है। इस मामले को राज्य और केंद्र के समक्ष उठाने की चेतावनी दी। यहां के निवासी विभिन्न प्राधिकारियों को पत्र लिख रहे हैं।
वहीं महिला लाभार्थी कहती है कि मुझे 2018 में ही घर आवंटित कर दिया गया था, लेकिन अन्य निवासियों के विरोध के कारण मैं वहां नहीं जा सकी। आज भी कोई समाधान नहीं दिख रहा है। मैं वर्तमान में अपने बेटे के साथ दूसरे स्थान पर रहती हूं।”
इस क्षेत्र के निवासियों का दावा है कि दूसरे समुदायों के सदस्यों को मकान आवंटित नहीं किए जा सकते। हरनी क्षेत्र एक सामुदायिक विशेष इलाका है, अशांत क्षेत्र अधिनियम के अंतर्गत आता है। जो कि अशांत क्षेत्र घोषित क्षेत्रों में जिला कलेक्टर की पूर्व अनुमति के बिना एक धार्मिक समुदाय के सदस्यों द्वारा दूसरे धार्मिक समुदाय के लोगों को संपत्ति बेचने पर प्रतिबंध लगाता है।
वहीं वडोदरा के नगर आयुक्त दिलीप राणा ने बताया कि मुझे अभी-अभी निवासियों की ओर से एक ज्ञापन मिला है। मैं सभी दस्तावेजों की जांच करूंगा और उसके बाद उचित निर्णय लूंगा। हमारे पास एक प्रावधान है जिसके तहत दोनों समुदायों को उनके संबंधित क्षेत्रों में स्थित हैं। हमें यह जांचना होगा कि क्या यह सोसायटी उस श्रेणी में आती है। मोटनाथ रेजीडेंसी के 50 से अधिक निवासियों ने आज सोसायटी के मुख्य द्वार के पास विरोध प्रदर्शन किया और आवंटन रद्द करने की मांग की।