NEET Paper Leak मामले की जांच अपने हाथ में लेने के साथ ही CBI ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। मामले में सीबीआई अब बड़ा कदम उठाने जा रही है। CBI पेपर लीक के घोटालेबाजों के रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट को खंगालने में जुट गई है। बता दें कि पटना नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई को आरोपियों के नेटवर्क मैपिंग से कई जानकारियां मिली है। लिहाजा सीबीआई ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। जांच एजेंसी अब आरोपियों के करीबियों पर शिकंजा कसेगी। अब सीबीआई आरोपियों के रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट खंगालेगी। यह भी चेक किया जाएगा कि रिश्तेदारों की इनकम क्या है और उसके हिसाब से उन्होंने कितना खर्चा किया है।
सीबीआई ने अपनी जांच में अभी तक कई गिरफ्तारियां की हैं, जिनसे पूछताछ में पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के बारे में कई जानकारियों जुटाई हैं। सीबीआई जांच में गोधरा में एक स्कूल का ट्रस्टी भी हिरासत में लिया गया है। महाराष्ट्र के लातूर के मामले को भी सीबीआई ने हैंडओवर ले लिया है। सीबीआई की टीम ने बेऊर जेल में बंद 13 आरोपी से पूछताछ की है। सीबीआई ने हजारीबाग स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक के बैंक डिटेल्स भी खंगाले हैं। दो अन्य आरोपियों के कॉल डिटेल्स भी खंगाली गई है। इसके अलावा सीबीआई ने उन छात्रों से भी पूछताछ की है जिन्होंने गोधरा के सेंटर से नीट की परीक्षा दी थी।
बता दें कि पेपर लीक कांड की शुरुआत बिहार के पटना से शुरू होती है। इसके बाद झारखंड के हजारीबाग कनेक्शन सामने आता है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी है इसमें यूपी, हरियाणा, महाराष्ट्र का नाम जुड़ जाता है। अब गुजरात के गोधरा से भी पेपर लीक के तार जुड़ते नजर आए हैं। CBI इस मामले में एक्शन में है और लगातार विभिन्न राज्यों में जाकर आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पेपर लीक का लातूर कनेक्शन
लातूर और पूरे महाराष्ट्र में नीट धांधली के ऐसे सबूत मिले है जो अपने आप में इस पूरे घोटाले की धज्जियां उडाने के लिए काफी है। यहां लातूर बीड और आसपास के जिलों में दलाल पहुंचे. बच्चों और उनके पैरेंट्स से लाखों रुपए लिए और फिर इनको पटना ले जाकर परीक्षा दिलाई। ये खेल सालों से चल रहा था. नीट के काउंसलर एनटीए को सबूतों के साथ बता रहे थे कि ये बड़ा खेल चल रहा है लेकिन एनटीए कानों में तेल डालकर बैठा रहा। एजेंट लातूर से लेकर दूसरे शहरों में एक्टिव थे जो महाराष्ट्र के बच्चों को पटना या कर्नाटक के शहरों में नीट परीक्षा दिलाते थे। पहले घोटाले का लेवल समझिए. लातूर से पटना 2000 किलोमीटर है. लातूर का बच्चा परीक्षा सेंटर पटना चुनता है क्योंकि यहां पैसे देकर अच्छे नंबर मिलते है।