इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरक्षक को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक मां से उसी के बेटे की मांग को पूरी करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। वह बाणगंगा थाने पर पदस्थ था। टीम को शिकायत मिली थी जिसके बाद उसे ट्रैप कर थाना परिसर से ही पकड़ा गया है। पूरे मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण बघेल के मुताबिक बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने पिछले दिनों कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की थी। उसने बताया था कि 2021 में सड़क दुर्घटना में उसके पति की मौत हो गई थी। मौत के बाद कुछ समय तक तो वह अपने ससुराल में रही। उसके बाद ससुराल में आए दिन होने वाले विवाद के कारण वह अपनी एक बेटी को लेकर मायके चली गई थी। लेकिन ससुराल पक्ष ने उसके एक बेटे को रख लिया था और मां बेटे दोनों को अलग कर दिया था। जिसके बाद महिला ने कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की गई थी।
कलेक्टर ने पूरे मामले में मल्हारगंज एसडीएम को जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद में एसडीएम ने एक आदेश दिया गया जिस पर बाणगंगा थाने को कार्रवाई करनी थी। इस आदेश की कार्रवाई को लेकर बाणगंगा थाने पर पदस्थ हरि सिंह गुर्जर ने पहले तो 20 हजार की रिश्वत मांगी गई। लेकिन उसके बाद 10000 में पूरा मामला तय हुआ था।
महिला ने इसकी लोकायुक्त अधिकारियों से शिकायत की थी। जिसके बाद अधिकारियों ने जाल बिछाते हुए थाने पर पदस्थ आरक्षक हरि सिंह गुर्जर को ट्रैक किया और 10000 की रिश्वत लेते हुए थाने के नजदीक से ही पकड़ा गया है। इसके बाद पूरे मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की गई है और एक मां को उसके बेटे से दोबारा से मिलवाया गया है।