ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एसबीआई बैंक मैनेजर बनकर अज्ञात ने भाजपा विधायक को फोनकर उनके भतीजे और भतीजी को ठग लिया। ठग ने एसबीआई ब्रांच मैनेजर बताते हुए बैंक में दो पद खाली होने की बात कही थी। बीजेपी MLA के कहने पर PSO ने विधायक के भतीजे और भतीजी का नंबर दिया था। भतीजे और भतीजी से 70 हजार रुपए लेने के बाद और रुपए मांगे। जिसके बाद भतीजे ने विधायक बुआ से बात की। इसके बाद पता लगा कि कॉल करने वाला कोई बैंक अधिकारी नहीं बल्कि ठग है। तत्काल भतीजे में इसकी शिकायत की। वहीं पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल, ग्वालियर देहात बेलगढ़ा थाना क्षेत्र के मस्तूरा में रहने वाले अजय रावत सबलगढ़ विधायक सरला रावत का भतीजा है। विधायक सरला रावत के मोबाइल पर एक फोन आया। यह कॉल विधायक के बदले उनके पीएसओ ने रिसीव किया था। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई बैंक सबलगढ़ ब्रांच का मैनेजर बताया और कहा कि उनके बैंक में दो पद खाली है। तभी पीएसओ ने विधायक के इशारे पर कॉल करने वाले को MLA के भतीजे अजय रावत और भतीजी कामिली का नंबर दिया था।
साथ ही विधायक के पीएसओ ने अजय को फोन कर यह सूचना दी कि अभी इस नंबर से कॉल आएगा। बात कर लें, बैंक में दो नौकरी हैं। ठग ने भतीजे अजय को एसबीआई बैंक मैनेजर बताया और उसके दस्तावेज लिए। दस्तावेज लेने के बाद उसने बताया कि वहां उसे 25 हजार रुपए सेंड कर दे। उसकी बात मानकर उसने 25 हजार रुपए ऑनलाइन भेज दिए। उससे बीस हजार रुपए और खाते में डालने के लिए बोला। इस पर उसने बीस हजार रुपए ऑनलाइन पेमेंट कर दिए।
अजय की तरह ही इसी ठग ने अजय के ताऊ की बेटी कामिनी को भी नौकरी का झांसा देकर पहले पांच हजार और फिर बीस हजार रुपए अपने खाते में डलवा लिए थे। लेकिन इसके बाद भी उसने रुपयों की मांग की तो उसने विधायक बुआ को इसकी जानकारी दी। मामला संदिग्ध लगने पर विधायक ने अपने स्तर पर जानकारी ली, तो पता चला कि जिस नंबर जो व्यक्ति बात कर रहा है वह नंबर मैंनेजर का नहीं बल्कि किसी फ्रॉड का है। तभी मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक ने कामिनी और अजय से थाने में शिकायत कराई। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।