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West Bengal: ‘विधानसभा में सुरक्षित नहीं विपक्ष’, शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी विधायक पर हमले की कोशिश का लगाया आरोप

पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को विस परिसर में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक तपन चटर्जी पर उन पर हमला करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। अधिकारी ने कहा कि विधायक ने उनसे अपशब्द कहे। विधानसभा परिसर में असुरक्षा को लेकर सवाल उठाते हुए शुभेंदु अधिकारी ने स्वीकर बिमान बंदोपाध्याय को पत्र लिखकर विधायक चटर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

नंदीग्राम से भाजपा विधायक और विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जब वे विधानसभा की निचली लॉबी में खड़े थे, तो पूर्वस्थली से विधायक तपन चटर्जी आए और हमला करने की कोशिश की। साथ ही अन्य विधायकों और पत्रकारों के सामने मुझसे अपशब्द कहे। स्पीकर बिमान बंदोपाध्याय को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि मुझे विधानसभा परिसर में असुरक्षित महसूस हुआ।

उन्होंने पत्र में लिखा कि विधानसभा परिसर में स्पीकर ने व्यक्तिगत सुरक्षा कर्मियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। इसका सत्ता पक्ष के सदस्य फायदा उठा रहे हैं। यह दूसरी बार हुआ है जब हमें सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों ने धमकी दी है। विपक्ष के विधायक विधानसभा परिसर में सुरक्षित नहीं हैं।

अधिकारी ने पत्र में लिखा कि अगर विधानसभा परिसर में किसी तरह की अप्रिय घटना होती है तो सदन के संरक्षक के तौर पर स्पीकर उसके जिम्मेदार होंगे। उन्होंने स्पीकर से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। वहीं स्पीकर बिमान बंदोपाध्याय ने कहा कि आरोपों की जांच शुरू करा दी गई है।

अधिकारी ने राजभवन के बाहर दिया था धरना
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद जगह-जगह हुई हिंसा के विरोध में भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने पिछले दिनों राजभवन के बाहर धरना दिया था। इस दौरान पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर तमाम आरोप लगाए थे। शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि बंगाल में लोकतंत्र मर चुका है। हमने एक जन आंदोलन शुरू किया है। लगभग 50 लाख हिंदुओं को लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालने दिया गया। वहीं राज्य में हुए विधानसभा के चार उपचुनावों में दो लाख से अधिक हिंदुओं को मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई। हम एक पोर्टल शुरू कर रहे हैं। जिनको वोट नहीं डालने दिया गया वे लोग पोर्टल पर पंजीकरण करा सकते हैं। उनकी पूरी गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी।

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