वायनाड में भूस्खलन के पांचवें दिन शनिवार (3 अगस्त) को भी रेस्क्यू टीमें मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश में जुटी हैं। हाइटेक डिवाइसेज और खोजी कुत्तों की मदद से जिंदा बचे लोगों की तलाश जारी है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने फेसबुक पर पोस्ट कर रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी। सीएम विजयन ने कहा कि राडार मामूली हरकतों का पता लगाया जा रहा है। इससे एक उम्मीद जगी है कि जो भी लोग मलबे में दबे हैं उन्हें जल्द बाहर निकाल लिया जाएगा।
अब तक 308 लोगों की मौत
इस आपदा के चार दिन बाद, प्रशासन ने यह बात मान ली है कि राहत और बचाव कार्यों के लिए मजबूती से कदम नहीं उठाया गया। प्रशासन की ओर से भूस्खलन में 3-308 से ज्यादा लोगों की मौत होने की बात कही गई है। अब भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। सेना मोबाइल के लास्ट लोकेशन के हिसाब से भूस्खलन के बाद लापता हुए लोगों की तलाश में जुटी है। शुक्रवार को, सेना ने पदावेट्टी कुन्नू में एक ही परिवार के चार लोगों को जीवित बचाया।
एक ही रात में चार बार हुआ भूस्खलन
29-30 जुलाई की रात वायनाड में चार बार भूस्खलन हुआ। चार गांव बह गए। सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू ने कहा कि मुंडक्कई, चूरलमला, अट्टामला और नूलपुझा गांवों में बचाव कार्य पूरा हो चुका है। अब केवल मृतकों की तलाश की जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी देर रात (भारतीय समय) इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा – हम इस कठिन समय में भारत के साथ हैं।