Jammu Kashmir Cloud Burst: केरल के वायनाड, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बाद अब जम्मू-कश्मीर में बादल फटा है। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के कावचेरवान में बादल फटने के बाद हुई बारिश ने जमकर कोहराम मचाया है। सैलाब के रास्ते जो भी आया, वो मलबे में तब्दील हो गया। तेज बहाव के कारण लोगों के घर भी बह गए। वहीं श्रीनगर-लेह राजमार्ग भी बंद है। स्थानीय लोगों के अनुसार कंगन गांदरबल में बड़े पैमाने पर बादल फटने से कई सड़कों और फसलों को भी नुकसान हुआ है। सेना और एसडीआरएफ की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है।
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में बादल फटने की वजह से भारी तबाही मची है। बादल फटने के बाद मलवा करगिल रोड पर भी आ गया। वहीं अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश हो रही है। इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुंछ जिले की मंडी तहसील में भारी बारिश के बाद नदी में फंसे दो युवकों को सफलतापूर्वक बचाया।
कावचेरवान कंगन इलाके में बादल फटने से भूस्खलन हुआ, जिससे श्रीनगर-लद्दाख राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया। साथ ही धान के खेतों को भी नुकसान पहुंचा। मलबे में कई वाहन फंस गये और पानी के कारण घर जलमग्न हो गये, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुंचा। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पडवबल के पास सड़क पर एक नहर ओवरफ्लो हो गयी, जिससे सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई।
हिमाचल में 9 की मौत, 45 लापता
हिमाचल प्रदेश के मंडी में राजबन गांव से एक शव बरामद होने के साथ ही तीन जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। वहीं हिमाचल के तीन जिलों – शिमला, कुल्लू और मंडी – में बादल फटने के बाद लापता हुए करीब 45 लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान शनिवार को फिर से शुरू हो गया लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
वहीं हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों में बादल फटने की घटनाओं के कारण 114 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने राज्य में 7 अगस्त तक भारी बारिश का अनुमान जताया है और यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में 27 जून से 1 अगस्त के बीच बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड में 79 लोगों की मौत हुई है। NDRF, SDRF, ITBP, CISF, पुलिस और होमगार्ड की टीम के कुल 410 बचावकर्मी ड्रोन की मदद से खोज अभियान में शामिल हैं।