लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को ब्रिटेन की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि ब्रिटेन जाने वाले भारतीय सतर्क रहें और सावधानी बरतें। बीते सप्ताह उत्तर-पश्चिमी इंग्लैंड के शहर साउथपोर्ट में तीन लड़कियों की चाकू घोंपकर हत्या किए जाने की घटना के बाद पूरे देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसे देखते हुए यह एडवाइजरी जारी की गई है।
लंदन में भारतीय उच्चायोग ने कहा, ”भारतीय यात्रियों को यूनाइटेड किंगडम के कुछ हिस्सों में हाल ही में हुई अशांति के बारे में पता होगा। लंदन में भारतीय उच्चायोग स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है। भारत से आने वाले पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे यू.के. में यात्रा करते समय सतर्क रहें और सावधानी बरतें। स्थानीय समाचारों और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी की गई सलाह का पालन करना और उन क्षेत्रों से बचना उचित है जहां विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।”
इसमें आगे कहा गया है कि किसी आपात स्थिति में भारतीय यात्री लंदन स्थित उच्चायोग से संपर्क कर सकते हैं। यह परामर्श ब्रिटेन भर में भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद जारी किया गया है, जिसके कारण काफी व्यवधान पैदा हुए हैं और निवासियों तथा आगंतुकों दोनों के लिए सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं।
ब्रिटेन में इस समय 2010 के बाद से सबसे ज़्यादा दंगे हो रहे हैं, और कई शहरों में अशांति फैल रही है। तीन युवतियों की दुखद मौत की झूठी अफवाहों से भड़की ये अशांति, दक्षिणपंथी चरमपंथियों द्वारा और भी भड़का दी गई है। दंगे जो शुरू में “बच्चों की हत्याओं से जुड़ी अशांति” के कारण शुरू हुए थे, जल्दी ही लिवरपूल, मैनचेस्टर और लीड्स जैसे प्रमुख शहरों में फैल गए। इन हत्याओं की प्रकृति के बारे में गलत सूचना ने अशांति को बढ़ावा दिया है, जिसमें दूर-दराज़ के आंदोलनकारियों ने स्थिति का इस्तेमाल तनाव बढ़ाने के लिए किया है। इसके परिणामस्वरूप प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जिससे सार्वजनिक सुरक्षा और सुरक्षा की स्थिति बिगड़ गई।