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OTA Chennai: CDS रावत के साथ हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद पायलट की पत्नी बनीं सेना में अफसर, बनीं मिसाल

नई दिल्ली: OTA Chennai: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए कुलदीप सिंह राव की पत्नी यश्विनी ढाका अब भारतीय सेना में अधिकारी बन गई हैं। भारतीय सेना में टेक्निकल ऑफिसर की उनकी 11 महीने की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। चेन्नई स्थित आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में उनकी ट्रेनिंग पूरी हुई। पिछले हफ्ते हुई पासिंग आउड परेड में उन्हें भारतीय सेना में कमीशन मिला। उनके पिता भी सेना से रिटायर्ड हैं। उनकी शादी 2017 में Mi-17V5 मल्टीरोल हेलीकॉप्टर के पायलट कुलदीप सिंह राव से हुई थी।

ऑफिसर कैडेट यश्विनी ढाका ने बताया कि ये सफर उनके लिए आसान नहीं रहा है। उन्होंने बहुत चुनौतियों का सामना किया है। ये अंत नहीं है बल्कि शुरुआत है। वे अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर पा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह हर घरेलू महिला से कहना चाहती हैं कि ये अंत नहीं है, बल्कि शुरुआत है। और उन्हें जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए। जिंदगी खत्म नहीं हुई है। यह उनके पति का प्यार ही है, जो वे यहां तक पहुंची हैं। वे आज भी उनके साथ हैं। उन्होंने हेलीकॉप्टर दुर्घटना को महज एक हादसा बताया।

लेफ्टिनेंट यश्विनी के मुताबिक, उनका घरेलू महिला से सेना अधिकारी बनने का सफर मानसिक और शारीरिक तौर पर बेहद कठिन रहा है। इस एकेडमी ने उन्हें मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत बनाया है। उन्होंने आगे बताया कि उनके परिवार, सुसरालजनों और पति के दोस्तों और एयरफोर्स ने उनका बहुत साथ दिया, जिससे उन्हें मजबूती मिली। यश्विनी ढाका का कहना है कि किसी के लिए दुख से उबरना आसान नहीं होता। कोई भी उस कमी को पूरा नहीं कर सकता। वे केवल जिंदगी की दिशा में चल रही हैं। वे इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचती हैं। वे जिंदगी में आगे बढ़ना चाहती हैं। वे खुश रहना चाहती हैं और अपने पति कुलदीप को गर्व का अहसास कराना चाहती हैं।

जयपुर के बनस्थली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट यश्विनी ने आईटी में एमटेक किया और मेरठ में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर के रूप अपनी सेवाएं दीं। 2017 में भारतीय वायुसेना के Mi-17V5 मल्टीरोल हेलीकॉप्टर के पायलट कुलदीप सिंह से उनकी शादी हुई। उनके पति की 8 दिसंबर, 2021 को मृत्यु हो गई, जब स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें तत्कालीन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत सभी सवार मारे गए।

पति की मौत के बाद परिवार और सेना के सहयोग से, उन्होंने चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में शॉर्ट सर्विस कमीशन कोर्स के लिए आवेदन करने का फैसला लिया। यहीं से यश्विनी से ऑफिसर कैडेट यश्विनी ढाका बनने की उनकी यात्रा शुरू हुई। एक ‘वीर नारी’ (युद्ध विधवा) के तौर पर उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें एक नई जीवनशैली और कठोर फिजिकल ट्रेनिंग भी थी। वहीं, वे अपने बैचमेट्स से उम्र में भी बड़ी थीं। बता दें कि ओटीए में 21 से 27 वर्ष की आयु वाले ही आवेदन कर सकते हैं।

8 दिसंबर, 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी समेत 11 अन्य अफसरों की मृत्यु हो गई थी। वायुसेना के उस हेलिकॉप्टर में ब्रिगेडिर स्तर के अधिकारी मौजूद थे। जबकि इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान और को-पायलट स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह उड़ा रहे थे। इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ-साथ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साई तेजा और हवालदार सतपाल शहीद हो गए थे। इस हेलिकॉप्टर क्रैश में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जीवित बचे थे।

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