बिहार में पुल गिरने का सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस क्रम में समस्तीपुर के नंदनी लगुनिया रेलवे स्टेशन के पास कुछ ही दिन पहले पुल पर एक स्पैन बनाया गया था। ये स्पैन रविवार रात टूटकर गिर गया। इस घटना के बाद पुल निर्माण की गुणवत्ता को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इस बीच घटनास्थल पर निर्माण एजेंसी के कर्मचारी और मजदूरों को बत्ती जलाकर जेसीबी के माध्यम से मलबे को हटाते हुए देखा गया। इसकी एक वीडियो भी सामने आई है।
बता दें कि ये पुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के निर्माणाधीन संपर्क पथ का हिस्सा है। जानकारी के अनुसार, इसका निर्माण नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। गंगा पर बन रहे पुल के अलावा यहां 45 किलोमीटर का एक एप्रोच रोड भी बनाया जाना है। महासेतु के निर्माण और इसके संपर्क पथ के लिए 1603 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी।
मैनेजर मोहन सिंह ने मामले की जानकारी दी की यहां पुराने गर्डर को नए गर्डर के साथ बदला जा रहा था। उन्होंने बताया कि गर्डर गिरा नहीं है, बल्कि एक नया गर्डर डाला गया है। गुणवत्ता को लेकर पूछे गए सवाल पर मोहन सिंह कहा कि ‘हम गुणवत्ता को लेकर जागरूक हैं, अगर ऐसा नहीं होता, तो हम गर्डर को नहीं बदलते’। सिंह ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में कोई सत्य नहीं है। यहां कोई गर्डर नहीं गिरा है। गर्डर को रिप्लेस किया जा रहा है।