सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर खाद्य संचालनालय के अपर संचालक राजीव कुमार जायसवाल को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए खाद्य मंत्रालय ने संयुक्त सचिव पद पर ट्रांसफर कर दिया है। कांग्रेस शासनकाल में हुए 600करोड़ के राशन बचत घोटाले में अपर संचालक का नाम मुख्यतया से आ रहा था। बताया जाता है कि कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ विधान सभा के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने राशन घोटाले को उजागर करते हुए संचालनालय के अधिकारी द्वारा घोटाले और कालाबाजारी को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। कांग्रेस शासनकाल में निष्पक्ष जांच न होने की आशंका में केंद्रीय खाद्य मंत्रालय को सप्रमाण पत्र भी लिखा था।
कांग्रेस शासनकाल में घोटाले को दबाने के लिए एक से एक पैंतरे अपनाए गए। तेरह हजार राशन दुकानों के घोषणा पत्र गायब करा दिए गए। तकनीकी त्रुटि, का खेल खेला गया राशन दुकानदारों के कमीशन काट लिया गया।बाजार से नियम विरुद्ध चांवल खरीदवाया गया। विभाग के मैदानी अमले पर कार्यवाही का दबाव डालने की कोशिश की गई।जिसके चलते खाद्य विभाग सहित प्रदेश के तेरह हजार राशन दुकानदार हड़ताल पर चले गए थे।
करोड़ो के राशन बचत घोटाले को लेकर नई सरकार के बजट सत्र में सदन में जोरदार हंगामा हुआ था। इसके चलते राशन बचत घोटाले के लिए पूर्व खाद्य मंत्री पुनःलाल मोहिले के सभापतित्व में पांच सदस्यीय जांच समिति बैठा दी गई है। इस समिति के सामने विभाग के अधिकारियों ने मांग किया था कि राजीव कुमार जायसवाल के खाद्य संचालनालय में कार्य करते हुए निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।आज सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर राजीव कुमार जायसवाल को अपर संचालक खाद्य संचालनालय से हटा कर नीलिमा एल्मा को मंत्रालय से संचालनालय में अपर संचालक पदस्थ किया है। इस आदेश का खाद्य नागरिक आपूर्ति संघ के अध्यक्ष रमेश चंद्र गुलाटी ने स्वागत किया है