बिहार के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इन दिनों अपने ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ को लेकर चर्चाओं बने हुए हैं. इसे लेकर राजनीति भी जारी है. हालांकि इस बीच गिरिराज सिंह एक बड़ी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं. दरअसल शुक्रवार को उनके खिलाफ किशनगंज में एक मुकदमा दर्ज कराया गया है.
AIMIM नेता ने दर्ज कराया मुकदमा
गिरिराज सिंह के खिलाफ परिवाद का यह मुकदमा AIMIM नेता इम्तियाज आलम ने दायर किया है. शुक्रवार को वह पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ किशनगंज व्यवहार न्यायालय परिसर में पहुंचे और गिरिराज सिंह पर परिवाद दायर किया. बता दें कि सिंह के खिलाफ ये परिवाद ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठ सहित अन्य मुद्दों को लेकर दिए गए बयान को लेकर दायर किया गया है.
‘धार्मिक भावनाओं को किया आहत’
गिरिराज सिंह के खिलाफ परिवाद दायर करने के बाद इम्तियाज आलम ने कहा कि, ” ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ के दौरान सभा में मौजूद लोगों को भड़काने की नीयत से आपराधिक साजिश के तहत उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठ के साथ-साथ हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बयान दिए थे.” इम्तियाज आलम ने आगे कहा कि, “वो हिन्दू मुस्लिम सभी लोगों से अपील करते हैं कि ऐसे नेताओं के बयान की निंदा करें अन्यथा यहां के वातावरण को ये लोग दूषित कर देंगे.”
गिरिराज सिंह ने कही थी ये बात
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ के दौरान 22 अक्टूबर को किशनगंज पहुंचे थे, जहां वे पुलिस अधिकारियों पर भड़क गए थे. इसके बाद वो बीच सड़क पर ही हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे और कहा था कि,
“हमारा धन और धरती खतरे में है. सोची समझी रणनीति के तहत लव जिहाद और अब शिक्षा जिहाद भी चल रहा है. हमें डराने की कोशिश करते हैं. कभी किसी हिंदू ने एक ताजिया पर पत्थर नहीं फेंका. हम पांच जिलों में घूम कर आए है, किसी जिले में दंगा फसाद हुआ. गिरिराज ने कहा कि जब हम धर्म की रक्षा करेंगे, तभी धर्म हमारी रक्षा करता है.”