पटना: राजधानी पटना के आसरा गृह में रह रही बच्चियों की मौत के बाद समाज कल्याण विभाग ने आसरा गृह के प्रभारी अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है. साथी ही अन्य 12 लोगों को भी हटाया गया है. दरअसल, आसरा गृह में खिचड़ी खाने से कई बच्चियां बीमार हो गई थी, जिनमें से 3 बच्चियों की मौत हो गई, उसके बाद समाज कल्याण विभाग ने आसरा गृह के प्रभारी अध्यक्ष अंशु कुमारी को तत्काल निलंबित किया है. लापरवाही के आरोप में 12 कर्मियों को भी हटा दिया गया है और उन पर कार्रवाई होगी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
वहीं, खाद्य सामग्री की आपूर्ति करने वाली एजेंसी को भी ब्लैकलिस्टेड किया गया है. जांच में यह पाया गया है कि खाद्य सामग्री की जो आपूर्ति एजेंसी कर रही थी, उसमें कई खाद्य सामग्री खराब थे. जिसका असर धीरे-धीरे आसरा गृह में रह रही बच्चियों पर हो रहा था. लड़कियों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पोटेंशियल हेमरेज और फूड प्वाइजनिंग बताया गया है. यानी शरीर में त्वचा पर खून के छोटे-छोटे चकते जम गया था. मुख्य रूप से फूड प्वाइजनिंग ही बच्चों के मौत का जिम्मेदार माना गया है. इसको देखते हुए समाज कल्याण विभाग ने यह कार्रवाई की है.
समाज कल्याण विभाग रख रहा नजर
फिलहाल, पीएमसीएच में जिन 6 बच्चियों का इलाज चल रहा है, उनके हालात अच्छे होते चले जा रहे हैं, उसको लेकर भी समाज कल्याण विभाग नजर रख रहा है. समाज कल्याण विभाग के अधिकारी लगातार वहां जाकर के उन बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी ले रहे हैं. बता दें कि शास्त्री नगर थाने के पटेल नगर स्थित आसरा गृह कांड में समाज कल्याण विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है और आसरा गृह के प्रभारी अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है. साथ ही 12 कर्मियों को भी लापरवाही के आरोप में हटाया गया है.