अक्सर घर से बाहर किसी जगह जाने पर “होम स्टे” याने घर से बाहर घर जैसी सुविधा के बोर्ड देखने को मिलते है। ऐसा ही बोर्ड रायपुर के केंद्रीय जेल में भी सरकार बदलने के बाद भी लगा हुआ है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल और संरक्षण मेंकोयला और शराब और महादेव सत्ता घोटाले के आरोपियों की वीआईपी सुविधा मिल रही थी।ईडी ने प्रदेश में कोल घोटाले, शराब घोटाले और महादेव सट्टा ऐप के मामले में कई लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। मामले में जिन लोगों को आरोपी बनायागया है वे केंद्रीय जेल रायपुर में साल भर से ज्यादा समय से बंद हैं। कांग्रेस सरकार के समय उन्हें वीआईपी सुविधा मिल रही थी।
नई सरकार आने के बाद उनकी सुविधा के बंद होने की आशंका थी, यह नहीं हुई अब उन्हें पहले से ज्यादा सुविधा मिलने लगी है। मामले में जेल में बंद लोगों में आईएएस, राज्य प्रशासनिक सेवा और राजनीतिक लोगों के अलावा कई व्यवसाई भी शामिल है। जेल सूत्रों अनुसार जेल प्रशासन की शह पर सेल में रखे गए इन वीआईपी मेहमानों के लिए पहले डबल बेड का पलंग, आरामदेह गद्दा , घर के बेडशीट, लैपटॉप, मोबाइल, सहित घर का खाना दिया जा रहा था।
अब पलंग हटा कर चबुतरा बना दिया गया है। डनलप के गद्दे डाल कर इन्हें पूरी सुविधा दी जा रही है। बाहर से इनके लिये घर से खाना आ रहा है। उन्हें स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने मेकाहरा के बजाय जिला अस्पताल में ले जाया जा रहा है। सरकार को फायदा पहुंचाने वाले लोगों का पहले से ज्यादा सुविधा दी जा रही है। पिछले दिनों चंद्रभूषण और अरविंद सिंह को छोटे गोल से बड़े गोल में स्थानांतरित किया गया । जेल के अन्य कैदी उनकी शानो शौकत देखकर जेल प्रशासन को घेरा और भारी हंगामा करते हुए वीआईपी सुविधा का विरोध किया। तब यह मामला खुलकर सामने आया। मामले की पड़ताल करने पर पता चला कि शहर के एक स्थानीय विधायक के कहने पर यह सुविधा बदस्तूर जारी है।
जेल मंत्री के संज्ञान में आया मामला
प्रदेश के जेल मंत्री विजय शर्मा के संज्ञान में यह मामला आया र्है। वे जल्द ही जेल अधीक्षक सहित जेल प्रशासन को इस मामले में पूछताछ कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए जेल के अफसरों के द्वारा अपने फायदे के लिए दिए जाने वाली अन सुविधाओं पर रोक लगाएंगे।