अयोध्याः राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू हो चुका है। पीएम मोदी गर्भगृह में पूजा में बैठ चुके हैं। इस खास अवसर का साक्षी बनने के लिए देश दुनिया की कई बड़ी हस्तियां अयोध्या पहुंची हुई है। लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने भी बाबरी मस्जिद निर्माण की तारीख का ऐलान कर दिया है। बताया जा रहा है कि बाबरी मस्जिद के निर्माण में करीब 4 साल तक का समय लगेगा। वहीं, मस्जिद निर्माण के लिए इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से धन जुटाने को लेकर क्राउड-फंडिंग वेबसाइट लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या में बनने वाली बाबरी मस्जिद का नाम पैगंबर मुहम्मद के नाम पर ’मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह’ रखा जाएगा। मस्जिद का निर्माण मई महीने से शुरू होगा। इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के डेवलपमेंट कमेटी के प्रमुख अरफात शेख का कहना है कि हमारा प्रयास लोगों के बीच दुश्मनी और नफरत को खत्म करना रहा है। हम लोगों में एक-दूसरे के प्रति प्रेम भरना चाहते हैं, चाहे आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करें या न करें। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने बच्चों और लोगों को अच्छी बातें सिखाएंगे तो यह लड़ाई अपने आप खत्म हो जाएगी।
आईआईसीएफ के अध्यक्ष जुफर अहमद फारूकी ने कहा कि हमारी संस्था ने फंड के लिए किसी से भी संपर्क नहीं किया है। फारूकी ने कहा, ’हमने अब तक किसी से संपर्क नहीं साधा है। फंड के लिए कोई सार्वजनिक आंदोलन भी नहीं चलाया है।’ आईआईसीएफ के सचिव अतहर हुसैन हैं। उन्होंने कहा, ’यह बात सही है कि मस्जिद के निर्माण में देरी हुई है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हम इसकी डिजाइन में और अधिक पारंपरिक तत्व जोड़ना चाहते थे। खास बात यह भी है कि मस्जिद के परिसर में 500 बेड वाला हॉस्पिटल भी बनाया जाएगा।’