मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में बड़ी पहल की है। उन्होंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री भी अब आम आदमी की तरह ट्रैफिक में चलेंगे। चौराहों पर लालबत्ती होने पर उनका भी काफिला आम लोगों की तरह ही रूकेगा। मुख्यमंत्री की पहल पर किए गए इस फैसले से जनता को वीआईपी के मूवमेंट के दौरान लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। पहले जाम में फंसने की वजह से गंभीर मरीजों को परेशानी होती थी। भजनलाल शर्मा की सहृदयता संवेदनशीलता से अब फैसला लिया गया है कि अब वह भी लाल बत्ती होने पर सड़क पर रूकेंगे।
बताते चलें कि PM नरेंद्र मोदी भी वीआईपी कल्चर को खत्म करने के हिमायती रहे हैं। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा की इस पहल को राजस्थान में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है। बताते चलें कि भरतपुर के रहने वाले भजनलाल शर्मा को भाजपा ने पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया। पहली बार में ही चुनाव जीतने के बाद उन्हें सीधे सीएम बना दिया गया।