नई दिल्ली. दिल्ली की एक अदालत ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए अपने नियमित डॉक्टर से सलाह करने के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपना जवाब दाखिल कर दिया. ईडी की तरफ से पेश हुए वकील जुहैब हुसैन ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का शुगर बढ़ने की वजह उनका घर का खाना है. उन्हें घर से आलू पूरी, आम, मिठाई और मिठी चीजें खाने के लिए दी जा रही हैं और यह मेडिकल के आधार पर जमानत दाखिल करने का आधार बनाया जा रहा है.
अरविंद केजरीवाल के वकील विवेक जैन ने ईडी के वकील की दलीलों का विरोध करते हुए कहा कि जांच एजेंसी यह बयान मीडिया के लिए दे रही है. अरविंद केजरीवाल के वकील ने कहा कि उनका फास्टिंग शुगर 243 था, जोकि बहुत ज्यादा है. केजरीवाल को डॉक्टर द्वारा निर्देशित भोजन ही दिया जा रहा है. वहीं ईडी ने कोर्ट को बताया कि अरविंद केजरीवाल चीनी वाली चाय पी रहे है.
ईडी का जवाब सुनने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी याचिका वापस ले ली है. केजरीवाल के वकील ने कहा कि वह संशोधित याचिका दाखिल करेंगे. ED ने कहा कि हमने केजरीवाल के शुगर लेवल को लेकर जेल ऑथारिटी से रिपोर्ट मांगी गई थी और केजरीवाल के डाइट चार्ट को भी मांगा था. बता दें क केजरीवाल की फास्टिंग की शुगर 173, 267 तक गया है, क्या यह लार्मिंग नहीं है, 120 नार्मल शुगर होती है. कोर्ट ने कहा कि यह जेल ऑथरिटी से केजरीवाल की डाइट का चार्ज मांगेगी. राउज ऐवन्यू कोर्ट से जेल ऑथरिटी से केजरीवाल का डाइट चार्ज मांगा है. राउज़ ऐवन्यू कोर्ट में कल यानी शुक्रवार को मामले की सुनवाई करेगी.
आपको बता दें कि विशेष न्यायाधीश राकेश स्याल के समक्ष दायर अपनी याचिका में केजरीवाल ने कहा था कि उनका रक्त शर्करा (शुगर) स्तर घट-बढ़ रहा है और वह अपने नियमित डॉक्टर से परामर्श करना चाहते हैं. न्यायाधीश ने ईडी को 18 अप्रैल तक उसका जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था. केजरीवाल की याचिका का विरोध करते हुए ईडी के वकील ने दलील दी थी कि जेल में ऐसे रोगियों के लिए आवश्यक सुविधाएं हैं तथा वहां उनका चिकित्सा परीक्षण हो सकता है.