UP NEWS: उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग आईएस-227 के मेंबरों की अब तक नामी-बेनामी 1800 करोड़ की संपत्ति पुलिस ने कुर्क कर ली है। पुलिस ने अतीक-अशरफ और गैंग मेंबरों के मददगारों, फाइनेंसरों की सूची भी तैयार की है। पुलिस के साथ ही ईडी भी अतीक गैंग की बेनामी संपत्तियों को खंगाल रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माफिया अतीक, सफेदपोश, बिल्डर गठजोड़ की परतें खंगालने के बाद अब बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजो की जांच अंतिम चरण में है।
असल में अतीक, अशरफ के घर, रिश्तेदारों और गैंग मेंबरों के यहां छापामारी, पूछताछ के दौरान करोड़ों की संपत्तियों के कागजात मिले थे। पुलिस ने कुछ कागजात, बैनामे आदि ईडी को दे दिए थे ताकि जांच के बाद कार्रवाई आगे बढ़ सके। अब दस्तावेजों की जांच और संपत्तियों को लेकर ईडी कार्रवाई शुरू कर रही है।
प्रयागराज और कौशांबी के नेता जांच की जद में
इसी जांच की जद में प्रयागराज और कौशाम्बी के कई नेता हैं। प्रयागराज और कौशाम्बी के दो पूर्व विधायकों के साथ ही एक विधायक की जमीनों से जुड़े पेपरों को खंगाला जा चुका है। एक नेता के दस्तावेज यूं पुलिस और ईडी के हाथ लगे हैं जो जमीनों की प्लाटिंग, सिटी आवास योजना समेत अन्य कई कारोबार में 13 सालों तक अतीक से पर्दे के पीछे से जुड़े रहे।
करोड़ों की जमीन पर प्लाटिंग करने, कॉलोनी बसाने को लेकर कई सफेदपोश के संबंध अतीक एंड कंपनी से जुड़े पाए जा रहे हैं। साक्ष्य संकलन के बाद प्रवर्तन निदेशालय छापामारी की कार्रवाई शुरू करेगा। इससे पहले ईडी की टीम बिल्डरों, चार्टर्ड एकाउंटरों के यहां से नामी, बेनामी संपत्तियों का ब्योरा खंगाल रही है। सीए के यहां से मिले दस्तावेजों से कई और बिल्डर और नेता के गठजोड़ में जमीन की खरीद फरोख्त का पता चला है।