वर्ष 2021 में पुणे में सेना भर्ती परीक्षा में अनियमितता को लेकर सीबीआई की कार्रवाई लगातार जारी है। अब केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राजयादा और हवलदार सुशांत नाहक के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया है। बता दें कि रायजादा सेना भर्ती परीक्षा में अनियमितता के मामले में पहले से ही जांच का सामना कर रहे थे। लेफ्टिनेंट कर्नल पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल और हवलदार पर रिश्वतखोरी का आरोप
इस मामले में विकास रायजादा और सुशांत नाहक को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जाता है कि जिस दौरान सेना भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी, उस दौरान विकास रायजादा और सुशांत नाहक पुणे में सेना मुख्यालय के दक्षिणी कमांड में तैनात थे। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने सेना भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी को लीक किया। इसके बाद परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों से उत्तर कुंजी के एवज में काफी रिश्वत ली।
हवलदार नाहक को लेकर हुआ नया खुलासा
इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल विकास रायजादा को भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करने के आरोप में वर्ष 2022 में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा सुशांत नाहक के खिलाफ जांच में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई की जांच में कई खुलासे हुए हैं। जांच एजेंसी के हाथ में ऐसे कई वॉट्सएप चैट और मोबाइल संदेश आए हैं, जिनके तार इस मामले से जुड़े हैं। तमाम संदेशों और चैट की जांच के बाद यह पता चला है कि हवलदार नाहक ने कई अभ्यर्थियों से रिश्वत ली थी।
आपराधिक षडयंत्र रचने के आरोप में मामला दर्ज
इनमें से एक अभ्यर्थी ने इस मामले में सीबीआई को जानकारी दी। अभ्यर्थी ने बताया कि उनसे नाहक ने 2021 में दो लाख रुपये की रिश्वत ली थी। अभ्यर्थी ने यह भी बताया कि रायजादा और नाहक ने कई अभ्यर्थियों से रिश्वत ली और पूरी रकम को आपस में बांट लिया। सीबीआई ने रायजादा और नाहक के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र रचने के आरोप में मामला दर्ज किया है।