खैरागढ़: छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल डोंगरगढ़ अवैध शराब का गढ़ बनता जा रहा है. क्षेत्र में लगातार शराब की अवैध बिक्री हो रही है. इसके विरुद्ध पुलिस लगातार कार्रवाई का दावा भी करती है, लेकिन सूत्रों की माने तो डोंगरगढ़ पुलिस पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करती है. यही कारण है कि शराब माफियाओं के हौसले यहां बुलंद हैं. इनके बुलंद हौसले का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां के शराब माफिया जनप्रतिनिधि से भी मारपीट करने में बाज नहीं आते. पूरे मामले में पुलिस तमाशबिन बनी दिखाई देती है.
पूरा मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र के ग्राम सेंदरी का है, जहां गुरुवार को सरपंच के साथ शराब कोचियाें ने मारपीट की. इससे आक्रोशित ग्रामीण कार्रवाई की उम्मीद लेकर सैकड़ों की संख्या में डोंगरगढ़ थाना पहुंचे. ग्राम के सरपंच कृष्ण कुमार सिन्हा ने बताया कि गांव में उनके द्वारा शराबबंदी पर मीटिंग की गई, जिसमें गांव में अवैध रूप से शराब बेचने वाले व्यक्ति को बुलाकर गांव में शराब न बेचने की हिदायत दी गई थी.
वहीं मीटिंग खत्म होने के बाद सभी अपने घर चले गए, तभी गांव के द्वारका प्रसाद ने सरपंच को अपने घर के पास बुलाया और उसके साथ मारपीट की. इससे आक्रोशित ग्रामीण डोंगरगढ़ थाना पहुंचे. पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई. हालांकि पूरे मामले में टीआई सीआर चंद्रा ने मीडिया से कुछ भी कहने से मना कर दिया और सैकड़ों ग्रामीणों की शिकायत दर्ज कर खानापूर्ति कर दी.
असली शराब कोचियों पर नहीं हो रही कार्रवाई
सूत्रों की माने तो आज तक डोंगरगढ़ शहर व आसपास के क्षेत्र में शराब की अवैध बिक्री नहीं रुकी. पुलिस लगातार मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से आने वाले अवैध शराब बरामद कर कार्रवाई भी कर रही, लेकिन इन कार्रवाई से असली शराब माफिया हैं जो जोरों शोरों से अवैध शराब की बिक्री कर रहे हैं वे अभी तक बचे हुए हैं. छोटे कोचिया पर कार्रवाई कर जिम्मेदार विभाग अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रहा है. यही कारण है कि ये शराब माफिया शासन को खुलेआम अंगूठा दिखा रहे हैं. आखिरकार इन माफियाओं को किनका संरक्षण प्राप्त है, जो ये बिना डरे खुलेआम शराब बेचते हैं और किसी को भी मारपीट करने में जरा भी संकोच नहीं करते.