रायसेन। मध्यप्रदेश के रायसेन में 32 करोड़ रुपए की लागत से बनी सड़क 32 दिन भी नहीं टिक सकी। वहीं निर्माण कार्य भी अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। रोड बनाने में मंदिर और दरगाह भी आ रहे हैं जिन्हें प्रतिस्थापित नहीं किया जा सका है। यह प्रोजेक्ट तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी का ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसे PWD के अधिकारी अब तक पूरा नहीं करवा सके हैं।
दरअसल जिला मुख्यालय पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं वर्तमान में सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पीडब्ल्यूडी के अधिकारी अब तक पूरा नहीं कर सके हैं। सड़क के संपूर्ण निर्माण के बीच में दरगाह और मंदिर आ रहे हैं जिसे प्रतिस्थापित भी नहीं किया जा सका है। वहीं अधूरी 32 करोड़ की सड़क भी 32 दिन चल न सकी।
सड़क पर हुए बडे-बडे गड्ढों से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं आए दिन हादसों की वजह से लोग घायल हो रहे है। अब तक इसमें 5 बार पैच वर्क किया जा चुका है। जब इस सड़क के संबंध में रायसेन पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री पीके झा से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया।
हालांकि उन्होंने बिना सामने आए कहा कि गड्ढों की वजह से जो हादसे हो रहे हैं, उन गड्ढों की मरम्मत का कार्य करवा दिया जाएगा। अभी सड़क गारंटी पीरियड में है। जबकि इस सड़क की 5 बार जगह जगह मरम्मत हो चुकी है लेकिन इसके बाद भी सड़क जगह जगह से धसक रही है। रायसेन के सागर भोपाल तिराहे से गोपालपुर तक सड़क धंस रही है। वहीं इसी तरह सागर भोपाल तिराहे से लेकर दरगाह तक की सड़क की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं है। वहीं दरगाह और मंदिर हटाने पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र वासियों की सहमति होती है तो हटा दिए जा पाएंगे अन्यथा विवाद की स्थिति नहीं बनने देंगे।