इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिला प्रशासन ने शासकीय स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है. इस पहल के तहत NEET और JEE की तैयारियों के लिए बच्चों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता प्रदान करना है. कोचिंग के लिए विषय विशेषज्ञों और प्रतिष्ठित निजी कोचिंग संस्थानों का सहयोग लिया जाएगा.
NEET और JEE की कोचिंग के लिए प्रत्येक परीक्षा के लिए 100-100 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा. चयन प्रक्रिया पूरी तरह से मेरिट पर आधारित होगी, ताकि योग्य और प्रतिभाशाली बच्चों को ही यह अवसर मिल सके. कोचिंग कक्षाओं में विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अध्ययन सामग्री प्रदान की जाएगी. इसके साथ ही नियमित मॉक टेस्ट और doubt-clearing सत्रों का भी आयोजन किया जाएगा, जिससे बच्चों की तैयारी में कोई कमी न रहे.
इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी विद्यार्थियों को समान अवसर मिले और आर्थिक परिस्थितियों के कारण कोई भी बच्चा उच्च शिक्षा से वंचित न रहे. इस अनूठे प्रयोग से इंदौर जिला प्रशासन ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. जो न केवल विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने में सहायक सिद्ध होगा, बल्कि समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रोत्साहन भी बढ़ाएगा.