इस बार सदन में भाजपा के खाद्य मंत्री को घेरने के लिए उन्ही के जिले के कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कमर कस ली है। विधायक पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व करते है इस कारण कुंवर सिंह निषाद ने रायपुर जिले से संबंधित खाद्य अधिकारियो की पदस्थापना और राशन दुकान में गड़बड़ी को मुद्दा बनाते हुए सदन में खोज खबर ली है।
विधायक कुंवर सिंह निषाद ने जानना चाहा है कि रायपुर में एक खाद्य अधिकारी को नियम विपरीत हटा कर दूसरे खाद्य अधिकारी को क्यों रखा गया? खाद्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार खाद्य मंत्री के संज्ञान में लाया गया था कि कांग्रेस शासन काल में वरिष्ठता को अनदेखा कर राजधानी में एक कनिष्ठ सहायक खाद्य अधिकारी को प्रभारी खाद्य नियंत्रक बना दिया गया था। ये बात खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल को नागवार गुजरी। खाद्य मंत्री ने नियमानुसार वरिष्ठ सहायक खाद्य अधिकारी को प्रभारी खाद्य नियंत्रक बनाने का आदेश दिया। इसके चलते कनिष्ठ सहायक खाद्य अधिकारी वापस सहायक खाद्य अधिकारी पद पर कार्य करने लगा।
इस बीच खाद्य मंत्री तक पुराने प्रभारी खाद्य नियंत्रक की गंभीर शिकायते पहुंची जिसके कारण खाद्य मंत्री ने मुख्य मंत्री विष्णु देव साय से अनुमोदन लेकर रायपुर में अनुशानहीनता करने वाले सहायक खाद्य अधिकारी को कोंडागांव ट्रांसफर कर दिया। खाद्य संचालनालय के सूत्रों के अनुसार ये सहायक खाद्य अधिकारी आचार संहिता लागू होने से पहले रायपुर से भारमुक्त कर दिया गया है। आज तक कोंडागांव में ज्वाइन नही किए जाने की पुष्टि कोंडागाव के कलेक्टर द्वारा की गई है।
कोंग्रेस के विधायक कुंवर सिंह निषाद ने भाजपा के खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल से रायपुर के राशन दुकानों में गड़बड़ी के मामले में ध्यानाकर्षित किया है।इधर नए खाद्य नियंत्रक भूपेंद्र मिश्रा ने रायपुर के राशन दुकानों के द्वारा गड़बड़ी किए जाने की रिपोर्ट पर चार राशन दुकान निलंबित कर दिया है वही राशन दुकान द्वारा बचत पंद्रह हजार क्विंटल चांवल की गड़बड़ी को लेकर राजस्व वसूली के लिए समय सीमा निर्धारित कर दिया है।इसके बाद एफ आई आर किए जायेंगे.