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MCB में घूसखोर लेखापाल के घर जब्त हुए 18 लाख: चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज भी जब्त, अंबिकापुर में पटवारी के घर भी ACB का छापा

छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले में सरपंच से 19 हजार रुपए की रिश्वत लेते जनपद के लेखापाल रंगेहाथों पकड़े गए। ACB की टीम ने घर से 18 लाख 19 हजार रुपए कैश जब्त किया है। इसके साथ ही चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। वहीं सरगुजा में 5 हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़े गए पटवारी बीरेंद्र नाथ पांडेय के घर भी देर रात तक ACB की टीम जांच करती रही। पटवारी के घर से भी नगदी और चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं।

30 हजार रुपए की मांग, 19 हजार में सौदा तय
दरअसल, मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के लेखापाल सत्येंद्र सिन्हा ने बिल पास करने के लिए ग्राम पंचायत लालपुर के सरपंच महेंद्र सिंह से 30 हजार रुपए की मांग की थी। लेखापाल और सरपंच के बीच बातचीत में सौदा 19 हजार रुपए में तय हुआ।

घर में हुई जांच में मिली बेहिसाब संपत्ति
ACB के DSP प्रमोद कुमार खेस की टीम ने लेखापाल सत्येंद्र सिन्हा को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। ACB की टीम ने सत्येंद्र सिन्हा के आवास में पहुंचकर जांच की। जांच के दौरान लेखापाल के घर से 18 लाख 19 हजार रुपए 400 नगद बरामद हुए हैं। इसके साथ ही चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। इन दस्तावेजों की ACB जांच कर रही है। बताया गया है कि लेखापाल सत्येंद्र मिश्रा ने बेहिसाब संपत्ति बनाई है। इसका खुलासा जांच में हो सकता है।लेखापाल को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सरगुजा में पटवारी के घर भी चली जांच
सरगुजा जिले में शुक्रवार को ACB ने 5 हजार रुपए रिश्वत लेते भिट्ठीकला के पटवारी बीरेंद्र नाथ पांडेय को रंगे हाथों पकड़ा। भिट्ठीकला के डोमन राम राजवाड़े से पटवारी बीरेंद्र नाथ पांडेय ने फौती चढ़ाने रिश्वत मांगा था। पटवारी की रिश्वतखोरी से परेशान गांव के कई लोगों ने एकजुट होकर रिश्वत मांगने की शिकायत ACB कार्यालय पहुंचकर की थी।

देर रात तक घर में चली जांच
ACB की टीम पटवारी बीरेंद्र नाथ पांडेय को लेकर अंबिकापुर बौरीपारा निवास पर पहुंची। टीम ने देर रात तक पटवारी के घर को खंगाला। पटवारी के घर से नगदी और चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिसकी जांच ACB की टीम कर रही है।

विवादित रहा है पटवारी
पटवारी बीरेंद्र नाथ पांडेय इसके पहले एक राजस्व मामले में गड़बड़ी के आरोप में जेल जा चुका है। सरगुजा के पूर्व उसकी पदस्थापना बलरामपुर में थी, जहां उसने राजस्व दस्तावेजों में हेराफेरी की थी। नौकरी में वापस बहाली के बाद बीरेंद्र नाथ पांडेय की पदस्थापना सरगुजा में हुई थी। यहां भी उसका रवैया नहीं बदला। माना जा रहा है कि रिश्वतखोरी से पटवारी ने बेहिसाब संपत्ति बनाई है। एसीबी की टीम नगदी और निवेश के आय के स्रोतों की जांच करेगी। पटवारी बीरेंद्र कुमार पांडेय को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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