उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा है कि त्योहार पर प्रदेश में माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाए. साथ ही उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अफसरों और जवानों की मौजूदगी सार्वजनिक स्थलों पर गश्त करने के निर्देश दिए है. निर्देश में उन्होंने कहा कि त्योहारों के मद्देनजर पुलिसकर्मियों को इमजेंसी लीव को छोड़कर अन्य छुट्टी न दी जाए. पुलिस रिस्पांस वाहनों की फ्लैशर लाइट और हूटर का प्रयोग किया जाए. साथ ही पुलिस और प्रशासन के अफसर अलग-अलग समय में पैदल गश्त करें.
मुख्य सचिव ने डीजीपी और अन्य अफसरों के साथ मंडल और जिलों में तैनात मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर ये आदेश दिए. मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा कि बीट प्रणाली का रिव्यू कर उसे और दुरुस्त कर लिया जाए. सोशल मीडिया पर खास नजर बनाए रखी जाए. महिला छात्रावासों पर नजर रखी जाए. जिस स्थान पर महिलाएं और लड़कियां पढ़ने और नौकरी के लिए रह रही हैं वहां सुरक्षा के इंतेजाम हों. मिशन शक्ति के पांचवें चरण के तहत शुरू होने वाले हर अभियान को गंभीरता से लिया जाए.
डीजीपी प्रशांत कुमार ने दुर्गा पूजा, महानवमी और दशहरा को देखते हुए प्रदेश के सभी एडीजी, पुलिस कमिश्नर, आईजी और पुलिस कमिश्नरों को सुरक्षा को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को देखते हुए जुलूस निकलते समय पुलिस की तैनाती हो. बड़े जुलसों के निकलते समय चारों तरफ पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था हो. रूफ टॉप डयूटी भी लगाने का निर्देश दिया गया है. महानवमी पर मंदिर में महिलाओं और बच्चियों की ज्यादा भीड़ होने पर आने-जाने वाले रास्तों पर पुरुष और महिला पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाई जाए. एंटी रोमियो स्क्वॉर्ड को भी सक्रिय रहने को कहा गया है. साथ ही मूर्ति विसर्जन के दौरान नदियों के घाटों और अन्य जगहों पर बैरीकेडिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके अलावा रावण दहन के दौरान फायरब्रिगेड की पहले से व्यवस्था के साथ रेलवे और बस स्टेशन पर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.