वर्तमान समय में उपभोक्ताओं की सुविधाओं को देखते हुए ऑनलाइन बिजनेस का प्रचलन बढ़ा है। इस बात से जालसाज भी भली-भांती परिचित है। ठगी के नए नए पैटर्न अपनाने वाले जालसाज अब ऑनलाइन बिजनेस साइट से ग्राहकों का डेटी लीक कराकर कोरियर कंपनी की आड़ में लोगों को कॉल कर कॉल डायवर्ट कर मोबाइल नंबर हैक कर लोगों को बल्क में ठगी का शिकार बना रहे हैं। पंडरी सहित और कई थाना क्षेत्रों के कालोनी में रहने वाले दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने अपने मोबाइल हैक होने की शिकायत दर्ज कराई है।
सायबर सेल के अफसरों के मुताबिक उन्हें जो जानकारी मिली है, उनके मुताबिक चर्चित बिजनेस वेबसाइट जिनमें ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन खरीदी करते हैं। उन वेबसाइट से ग्राहकों का डेटा लीक हुआ है। लीक डेटा से प्राप्त मोबाइल नंबर पर जालसाज कॉल कर मोबाइल धारक को कुरियर आने का झांसा देते हैं। मोबाइल धारक द्वारा किसी तरह से कुरियर से सामान नहीं मंगाए जाने पर कैंसिल करने कंफर्मेशन करने एक नंबर डायल करने के लिए कहते हैं। दिए गए नंबर डायल करने पर जालसाज मोबाइल धारक के नंबर को डायवर्ट कर हैक कर उसके वाट्सएप को अपने मोबाइल में इंस्टाल कर मोबाइल धारक के डीपी प्रोफाइल की फोटा उपयोग कर ठगी का शिकार बना रहे हैं।
ऐसे करते हैं ठगी
साइबर सेल के अफसरों के मुताबिक जालसाज मोबाइल धारक को कॉल कर कहते हैं कि उनके नाम से कोरियर आया है। मोबाइल धारक किसी तरह से कुरियर नहीं मंगाने की बात कहता है तब जालसाज कोरियर कैंसिलेसन के नाम पर मोबाइल धारक को स्टार 401 स्टार के बाद 10 अंकों का मोबाइल नंबर डायल करने के लिए कहता है। जालसाज के बताए अनुसार नंबर पर मोबाइल धारक नंबर डायल करता है वैसे ही उनका मोबाइल का कॉल डायवर्ट हो जाता है। मोबाइल धारक के नंबर को किसी दूसरे नंबर पर ट्रांसफर करने कंफर्मेशन आता है, इस दौरान जालसाज के एक साथी मोबाइल धारक के हैक नंबर का नंबर बताकर मोबाइल हैक कर लेता।
बल्क में कुरियर आने संबंधित कॉल कर रहे
पिछले दिनों स्वर्ण भूमि के अलग-अलग रहवासियों ने सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका मोबाइल अचानक से हैक हो गया है। साइबर सेल के अफसरों ने उन लोगों से पूछताछ किया तो यह बात निकल कर सामने आई की अज्ञात नंबर से उन्हें किसी ने कुरियर आने की जानकारी दी। कुरियर नहीं मंगाए जाने की बात कहने पर कैंसिलेसन के लिए नंबर डायल करने के लिए कहा गया। उसके बाद से उनका मोबाइल हैक हो गया।
डीपी प्रोफाइल लगाकर करते हैं ठगी के लिए कॉल
साइबर सेल के अफसरों के मुताबिक जिन लोगों का मोबाइल हैक किया गया उन मोबाइल धारकों के वाट्सएप से उनके डीपी प्रोफाइल के फोटो को निकालकर मोबाइल धारक के नंबर से इंस्टाल किए गए वाट्सएप की डीपी में एड कर देते हैं। इसके बाद उस मोबाइल धारक के फोन बुक में जो मोबाइल नंबर होते हैं उसे क्लोनिंग कर स्टोर कर लेते हैं। इसके बाद मोबाइल धारक के परिचितों को कॉल कर अलग-अलग तरीके से ठगी करते हैं।
इलाज की रकम ट्रांसफर करने के नाम पर ठगी
साइबर सेल के अफसरों को यह भी जानकारी मिली है कि ऑनलाइन जालसाज लोगों को गलती से इलाज की रकम होने का झांसा देकर एडिटेट यूपीआई से रकम ट्रांसफर का स्क्रीन शॉट भेजकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। जालसाज मोबाइल धारक को कॉल कर कहता है कि उसके किसी परिचित के उपचार के लिए पैसे ट्रांसफर कर रहा था, गलती से वह उसके अकाउंट में ट्रांसफर हो गया है। सबूत के तौर पर रकम ट्रांसफर के एडिटेड स्क्रीन शॉट भेज देते हैं।