टैक्स चोरी के आरोप में आयकर अधिकारियों की तीन सौ अफसर कर्मियों के टीम एक दर्जन के करीब कोल्ड स्टोरेज, ब्रोकर तथा अनाज कारोबारियों के 48 अलग-अलग ठिकानों में छापे की कार्रवाई कर रही है। छापे की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही। सूत्रों के मुताबिक तीसरे दिन की कार्रवाई समाप्त होने तक देर रात आयकर अफसरों ने 10 ठिकानों में छापे की कार्रवाई कंपलीट कर ली है। शेष 38 ठिकानों में दो से तीन दिन के भीतर छापे की कार्रवाई पूरी होने की संभावना है। कारोबारियों के ठिकानों से जब्त कम्प्यूटर हार्ड डिस्क तथा लैपटॉप की जांच करने गुजरात, अहमदाबाद से फोरेंसिक एक्टपर्ट की टीम रायपुर पहंची है।
गौरतलब है कि रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर में आयकर अफसरों की टीम राजेश्वरी के अलावा बालाजी, मां शारदा, मानवी कोल्ड स्टोरेज, बालकिशन माहावार ब्रोकर सूरज पल्सेस भनपुरी के अलावा अन्य कारोबारियों के ठिकानों में छापे की कार्रवाई कर रही है। छापे की कार्रवाई में कारोबारी ठिकानों से भारी मात्रा में सोने-चांदी के ज्वेलरी मिले हैं, जिनका वैल्यूएशन अब तक नहीं हो पाई है। वैल्यूएशन का काम अब तक जारी है। इसके साथ ही कारोबारी समूह के यहां से पांच करोड़ रुपए कैश सीज की गई है। इसके साथ ही कारोबारी समूह के दर्जन भर लॉकर मिलने की जानकारी सूत्रों ने दी है। लॉकर को अब तक ऑपरेट नहीं किया गया है।
भारी मात्रा में मिले कच्चे में लेन-देन के दस्तावेज
सूत्रों के मुताबिक आयकर अफसरों को सूरज पल्सेस के अलावा अन्य कई कारोबारी समूह के ठिकानों से भारी मात्रा में कच्चे में लेन-देन के दस्तावेज हाथ लगे हैं। इनमें इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के अलावा कागज में लिखे लेन-देन के दस्तावेज है। दस्तावेज के आधार पर आयकर अफसर कारोबारी समूह के सालाना टर्न ओवर की जानकारी जुटा रहे हैं।
डिलीट मैसेज रिकवर करने फोरेंसिक एक्सटपर्ट
कच्चे में लेन-देन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कारोबारी समूह द्वारा लैपटाप तथा कम्प्यूटर से डेटा डिलीट किए जाने की आईटी अफसरों को आशंका है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आईटी अफसर अपने फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ले रहे हैं। इसके लिए अहमदाबाद से एक दर्जन से ज्यादा फोरेंसिक एक्सपर्ट बुलाए गए हैं। फोरेंसिक एक्सपर्ट डिलीट मैसेज रिकवर करने के साथ ही लैपटॉप तथा कम्प्यूटर हार्ड डिस्क में उपलब्ध डेटा कॉपी करने का काम कर रहे हैं।
सौ करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी होने की आशंका
सूत्रों के मुताबिक आयकर अफसरों को आशंका है कि कारोबारी समूह द्वारा पिछले तीन साल में सौ करोड़ रुपए से लेन-देन में गड़बड़ी कर टैक्स चोरी की घटना को अंजाम दिया है। सूत्रों के मुताबिक यह आंकड़े और बढ़ भी सकते हैं। कारोबारी समूह ने कितने के लेन-देन में टैक्स चोरी की है, इसका सही आकलन जांच के बाद ही पता चलेगा।