हटा। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक धड़ल्ले से चल रही है। ताजा मामला मड़ियादो थाना क्षेत्र के बछामा गांव से सामने आया है। जहां झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन लगाने से एक 4 माह के मासूम बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद क्लिनिक संचालक पर परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा, उन्होंने झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक 4 माह के मोनू को परिजन 108 एम्बुलेंस की सहायता से शुक्रवार की रात 9 बजे हटा सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।परिजनों का आरोप है कि बच्चे को फोड़ा था, मड़ियादो में निजी क्लिनिक पर डॉक्टर ने 6 दिन इलाज के लिए बोला। इसके बाद तीसरे दिन एक इंजेक्शन लगाया, मासूम बेहोश हुआ और फिर होश में ही नहीं आया। जब परिजन उसे सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों ने मड़ियादो कस्बे में संचालित एक क्लीनिक संचालक तथाकथित डॉक्टर पर गलत इलाज के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस पूरे मामले में सिविल अस्पताल प्रबंधन द्वारा जांच कर कार्रवाई की बात कही है। गलत इलाज से जान जाने का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी इस तरह की कई घटना सामने आ चुकी है, जिसमें झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से लोगों की मौत हुई है।