उत्तरी केरल के पलक्कड़ जिले में एक बुजुर्ग महिला और उसके 53 वर्षीय बेटे की हत्या के पीछे का कारण पड़ोसी के साथ लंबे समय से जारी व्यक्तिगत दुश्मनी बताई जा रही है। पुलिस ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। बड़े पैमाने पर तलाशी लेने और पड़ोसी चेंथमारा के पकड़े जाने के एक दिन बाद पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कोई पछतावा नहीं दिखाया, बल्कि वह इस हत्या से खुश था। बता दें कि 72 वर्षीय पीड़िता लक्ष्मी और उनके बेटे सुधाकरन की सोमवार सुबह पोथुंडी में उनके आवास के बाहर चेंथमारा ने दिनदहाड़े उनकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी छिपा हुआ था, उसे मंगलवार को पकड़ लिया गया। फिलहाल उसे पुलिस की हिरासत में रखा गया है। एसपी ने बताया कि आरोपी ने कई चीजों का खुलासा किया, जिसमें हत्या का कारण भी शामिल है। उसने कहा, मैं जो आपको बता रहा हूं वह केवल प्रारंभिक निष्कर्ष है, जिनकी पुष्टि होनी बाकी है। अधिकारी ने बताया कि पीड़ितों और आरोपी के परिवार के बीच लंबे समय से व्यक्तिगत दुश्मनी थी और 2019 में चेंथमारा द्वारा सुधाकरन की पत्नी सजिता की हत्या के बाद से यह दुश्मनी और बढ़ गई थी।
चेंथमारा का मानना है कि उसकी पत्नी ने पीड़ित परिवार के हस्तक्षेप के कारण उसे छोड़ दिया। अधिकारी ने बताया कि हत्या की साजिश पहले से की गई है। आरोपी ने इसे अंजाम देने के लिए एक हथियार खरीदा। पुलिस ने आगे कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने इस बात से इनकार किया कि वह काला जादू करने वाले किसी व्यक्ति से मिला था। हालांकि, इसकी पुष्टि अभी बाकी है। अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की। आरोपी ने दावा किया कि उसने जहर खा लिया है, लेकिन उसके मेडिकल रिपोर्ट में उसके शरीर में कोई जहर नहीं पाया गया।
एसपी ने कहा, हत्या के बाद वह पास की जंगली पहाड़ी में भाग गया। वह आस-पास के क्षेत्र से परिचित था, उसे मालूम था कि कहां छिपना है। वह छिपकर पुलिस के तलाशी अभियान पर नजर रख रहा था। पुलिस ने बताया कि भूख के कारण चेंथमारा को बाहर आना पड़ा और भोजन लेने के दौरान उसे पकड़ लिया गया। आरोपी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी और सुधाकरन के बच्चों ने पुलिस पर कार्रवाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि चेंथमारा अपनी जमानत शर्तों का उल्लंघन करके गांव लौट आया है।