एनडीपीएस सहित कई गंभीर अपराधों में पिछले दस महीनों से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर का कथित तौर पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें हिस्ट्रीशीटर ने जेल प्रहरियों पर 50 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया है। पैसा नहीं देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। जेल प्रशासन पर सबसे बड़ा सवालिया निशान जेल में एंड्राइड फोन कैसे पहुंचा इस पर है। गौरतलब है कि रायपुर सेंट्रल जेल की गिनती राज्य के सबसे ज्यादा सुरक्षित जेलों के रूप में होती है, वहां मोबाइल पहुंचने से जेल प्रशासन पर सवालिया निशान लग रहा है। वीडियो जेल में बनाए जाने की बात से जेल प्रशासन इनकार कर रहा है। जेल प्रशासन वीडियो जेल से बाहर बनाए जाने की बात कह रहा है।
टिकरापारा थाना क्षेत्र रे हिस्ट्रीशीटर बदमाश मुकेश बनिया उर्फ मुकेश गुप्ता ने जेल में बंद अपने किसी दूसरे साथी के माध्यम से अपने मारपीट करने का वीडियो वायरल किया है। वीडियो एक मिनट 41 सेकेंड का है, जिसमें मुकेश पेशी निरस्त कराने के साथ किसी सोनकर नामक जेल प्रहरी के अलावा अन्य प्रहरियों पर पैसा नहीं देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में जेल सुपरिटेंडेंट एसएस तिग्गा से संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि वीडियो जेल के बाहर का है, साथ ही जेल सुपरिटेंडेंट ने मुकेश का पिछले सप्ताह दुर्ग जेल शिफ्ट करने की जानकारी दी।
ईडी मामले के बंदी से मांगकर बनाया वीडियो
मुकेश ने अपने साथी के माध्यम से वीडियो बनवाते हुए एक जगह यह बोलते दिख रहा है कि वह अपनी पीड़ा व्यक्त करने ईडी के मामले में बंद एक बंदी से वीडियो बनाया है। गौरतलब है कि ईडी के अलग अलग मामलों में जेल में बंद बंदियों को वीआईपी सुविधा के साथ मोबाइल उपलब्ध कराने के आरोप लगते रहे हैं। इन्हीं आरोपों के चलते पिछले महीने गृहमंत्री विजय शर्मा जेल का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। वहां उन्होंने जेल प्रशासन को बंदियों के साथ सामान व्यवहार करने हिदायत दी थी।
गृहमंत्री के दौरे के दो दिन बाद का वीडियो
राज्य के गृह तथा जेल मंत्री 17 जनवरी को रायपुर सेंट्रल जेल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। गृहमंत्री के दो दिन बाद 19 जनवरी को मारपीट का वीडियो बनाए जाने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक जेल प्रशासन को तब जेल में वीडियो बनाए जाने की भनक लग गई। इसके दूसरे दिन 20 जनवरी को मुकेश को दुर्ग जेल ट्रांसफर किया गया।
वर्जन
मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जेल में वीडियो बनाए जाने तथा पैसे मांगने की बात की पुष्टि होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-राजेश मिश्रा, जेल डीजी