रायपुर। विधानसभा में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने घोषणा की है कि राजीव युवा मितान क्लब भंग होगा। योजना में कुल 132 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया था। क्लब को दिए गए 126 करोड़ रुपए का आडिट कराने के साथ ही 132 करोड़ रुपए के खर्चें की जांच भी कराई जाएगी।
प्रश्नकाल में यह मामला कांग्रेस विधायक सावित्री मंडावी ने उठाया। उन्होंने पूछा कि राजीव युवा मितान क्लब में कितनी राशि का प्रावधान किया गया था, इनमें से कितनी राशि शेष है। इसका उपयोग किस तरह किया जाएगा। मंत्री ने अपने जवाब में बताया कि युवा मितान क्लब के लिए 132 करोड़ का प्रावधान था। अभी इस मद में 40 करोड़ की राशि शेष है। 60 करोड़ खर्च हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस उद्देश्य के लिए इसका गठन किया गया है, वह पूरा नहीं होने के कारण शेष राशि रोक दी गई है।
126 करोड़ की राशि जारी की गई
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मामले में सवाल किया कि प्राप्त राशि किस मद से दी गई। मंत्री ने बताया कि बजट में इसका प्रावधान किया गया, मितान क्लब का गठन रजिस्ट्रार फर्म सोसाइटी में किया गया है। क्लब को 1 लाख रुपए चार किस्तों में देने का नियम है। उपयोगिता प्रमाणपत्र देनेे के बाद अगली किस्त की राशि प्रदाय किए जाने का प्रावधान था। यह रामायण महोत्सव, खेलकूद, युवाओं को प्रशिक्षण आदि कार्याें के लिए खर्च किया जाना था। कुल 126 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। 14.54 करोड़ रुपए जिलों में है। भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक, राजेश मूणत ने राजीव युवा मितान क्लब के खर्च पर सवाल उठाए। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
खाओ पियो मौज करना उद्देश्य
विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि क्लब केवल खाओ पियो मौज करो के उद्देश्य से बनाया गया था। राशि के दुरुपयोग किए जाने की जांच कराने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि शासकीय राशि जहां खर्च की जाती है, उसका आडिट भी कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से राशि का भारी दुरुपयोग किया गया। इसे भंग करने की मांग उन्होंने उठाई।
मंत्री ने कहा- आडिट कराया जाएगा
भाजपा विधायकों के इस योजना को भंग करने की मांग पर मंत्री टंकाराम वर्मा ने कहा, अब तक हुए खर्च का ऑडिट कराया जाएगा और युवा मितान क्लब को भंग किया जाएगा। उन्होंने कहा, रजिस्ट्रार फर्म सोसाइटी अधिनियम में आडिट कराने का प्रावधान है।