आमानाका थाना क्षेत्र में पकड़े गए गौ तस्करों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने दो अंतर्राज्यीय सहित कुल छह गौ तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कहा है कि गौ तस्करों का नेटवर्क छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर तेलंगाना तक फैला हुआ है। पुलिस ने उक्त नेटवर्क का खुलासा पूर्व में पकड़े गए मवेशी तस्करों से पूछताछ के आधार पर किया है।
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि गौ तस्करी करने के आरोप में रायपुर निवासी सानू कुरैशी, आमीर रजा, हैदराबाद निवासी ईब्राहिम कुरैशी, उत्तरप्रदेश निवासी शाहनवाज, धमतरी निवासी ओंकार कुर्रे तथा मंदिर हसौद निवासी खेमचंद कुर्रे को गिरफ्तार किया है। तस्करों को पुलिस ने शिवम ठाकुर की शिकायत पर खारुन नदीं पुल के पास पकड़ा था। मवेशियों को एक बंद कंटेनर में ले जाया जा रहा था। मनवेशियों की संख्या 83 थी, कंटेनर खोलने के बाद 11 मवेशी मृत पाए गए थे।
तस्करों तक ऐसे पहुंची पुलिस
तस्कर पुलिस को चकमा देने अपने ट्रक में दो तरह के नंबरों का इस्तेमाल किया था। कंटेनर के आगे में ओरिजनल नंबर प्लेट तथा पीछे तरफ फर्जी नंबर प्लेट लगाया था। मवेशी से लोड कंटेनर जिन रास्तों से होकर गुजरी थी, उन स्थानों से सीसीटीवी फूटेज निकालने के साथ टोल प्लाजा में फास्ट टैग डिटेल हासिल किया। स्थानीय मवेशी पालकों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले आरंग निवासी खेमराज साहू को पकड़ा और उससे पूछताछ की, तो उसने मवेशी मंदिर हसौद निवासी खेमचंद्र को बेचना बताया। खेमचंद्र ने धमरती निवासी ओंकार को मवेशी बेचे जाने की जानकारी दी।
लोकल इनपुट के आधार पर कड़ी जोड़ी
गौ तस्करों के रैकेट को तोड़ने के लिए पुलिस ने लोकल इनपुट के आधार पर जानकारी जुटाते हुए पता किया कि खेमचंद्र तथा ओंकार रायपुर निवासी सानू तथा अमीर राजा के माध्यम से हैदराबाद के गौ तस्करों को संपर्क में आए और उनके लिए स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों से कम कीमत पर बूढ़े हो चुके मवेशी खरीद कर तस्करी के माध्यम से भेजते थे।
तस्करों की नजर मवेशी बाजार पर
छत्तीसगढ़ सहित ओडिशा में वृहद स्तर पर मवेशी खरीदी बिक्री करने मवेशी बाजार लगता है। इसी बात का फायदा उठाकर मवेशी तस्कर अपने बिचौलियों के माध्यम से ग्रामीण इलाकों से बूढ़े हो चुके मवेशी खरीदते हैं, इसके बाद जहां बाजार लगता है, वहां उन मवेशियों को ले जाकर एकत्र करते हैं। इसके बाद फर्जी बोली लगाकर मवेशियों को खरीदते हैं। मवेशी खरीदने पर उन्हें स्थानीय प्रशासन से एक पर्ची दी जाती है।
ओडिशा से गिरफ्तार किया मवेशी तस्करों को
पुलिस के अनुसार उत्तरप्रदेश तथा हैदराबाद के मवेशी तस्करों का पुलिस लोकेशन ट्रेस कर रही थी, तब उन दोनों का लोकेशन ओडिशा के नौरंगपुर में मिला। पुलिस ने नौरंगपुर से गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की तो उन लोगों ने बताया कि तस्करी कर ले जाए जा रहे मवेशियों को उन लोगों ने महासमुंद स्थित भटूंडा मवेशी बाजार से फर्जी बोली लगाकर खरीदी किया है।
अनहोनी से निपटने पायलेटिंग गाड़ी
पुलिस के मुताबिक मवेशी तस्कर किसी भी अनहोनी से निपटने मवेशी तस्करी करते समय अपने साथ दो पायलेटिंग गाड़ी रखते हैं। पायलेटिंग कार में मवेशी तस्कर बैठे रहते हैं। मवेशियों को कटिंग करने तस्कर विजय नगरम ले जाने के फिराक में थे। इसके पहले पुलिस ने तस्करों को दबोच लिया।