कोरिया। ज्वेलरी शॉप के शटर का लॉक तोड़कर लाखों का चांदी चोरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. चोरी की वारदात के 72 घंटे के भीतर ही मामले के 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी मध्य प्रदेश के सिंगरौली के रहने वाले हैं. यह गिरोह फैक्ट्री में काम ढूढ़ने के बहाने चोरी के लिए रेकी करता था. अंतरराज्यीय आरोपियों ने पहली बार छत्तीसगढ़ में चोरी और पहली बार में ही पकड़े गए. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी किये गए लाखों के जेवर और इंडिगो CS कार भी जब्त किया है. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पहले दिन सूरजपुर के भैयाथान में भी चोरी का प्रयास किया गया था.
जानकारी के अनुसार, कोरिया जिले के पटना थाना अंतर्गत रनई गांव स्थित लालकुवर ज्वेलर्स एण्ड मेटालाइज शोरूम के मालिक ने 19 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई की शटर का लॉक तोड़कर अज्ञात चोरों ने सेंधमारी की है. जिसकी शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुट गई. पुलिस ने मामले में शो रूम के मालिक से पूछताछ किया, जिसमें उन्होंने बताया कि बीते 18 फरवरी की रात 1.30 से 3.00 बजे के बीच मकान स्थित शो-रूम का शटर का लॉक तोड़कर चांदी और अन्य आभूषण के जेवरात चोर ले उड़े. जिसकी कीमत करीब 4 लाख 14 हजार रूपये है. इसके बाद पुलिस ने सभी संदेहियों से पूछताछ शुरू किया और 72 घंटे में सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 11.5 किलो ग्राम चांदी और 1.400 किलोग्राम आर्टिफिशल आभूषण जब्त किया. साथ ही टाटा इंडिका कार MP 66 C 2719 को बरामद किया गया है.
चोरों की घटना को ऐसे दिया था अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 17 फरवरी को सिंगरौली से कुदरगढ़ में दर्शन के बहाने चोरी की नियत से भैयाथान आए थे. यहां के ज्वेलरी शाप में चोरी का प्रयास करने पर दुकान मालिक और अन्य लोगों को भनक लगी तो आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया गया लेकिन सभी चोरी कार से भाग निकले.
कुछ दूर जाने के बाद उनका कार पंचर हो गया जिसके बाद ट्रैक्टर की सहायता से वह गाड़ी से सूरजपुर पहुंचे. गाड़ी के बनने के बाद 18 फरवरी की रात रनई में सबसे पहले एक शाप में मेंटल और ज्वेलरी शाप बॉसपारा में चोरी का प्रयास किया. लेकिन दुकान में बर्तन की सामग्री होने से वे वहां से चले गए नऔर उसके बाद लालकुवर ज्वेलर्स एंड मेटालाइज में शटर का लॉक तोड़कर चोरी किए.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
जगदीश बसोर
दलसाय बसोर
रामस्वरूप उर्फ गोपी
धर्मेंद्र बसोर