Food Poisoning: गर्मी बढ़ने के साथ ही फूड पॉइजनिंग के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. भीषण गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. इसका असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर ज्यादा पड़ रहा है. खबर है कि छत्तीसगढ़ के कोरबा में डिज्नीलैंड मेले में 3 लोगों की फूड पॉइजनिंग से मौत हो गई है. अगर आप भी बाहर सड़क किनारे खाना खाते हैं तो ध्यान रहे कि ये आपके स्वास्थ्य के साथ कभी खिलवाड़ कर सकता है.
क्या है फूड पॉइजनिंग?
फूड पॉइजनिंग हमारे पाचन तंत्र का एक संक्रमण है जो हमें प्रभावित करता है और सूजन का कारण बनता है. यह कच्चे और बासी भोजन या पेय के कारण होता है. आमतौर पर वायरस, पैरासाइट्स या बैक्टीरिया से दूषित भोजन या पेय के कारण होता है. गर्मियों में फूड पॉइजनिंग की समस्या अधिक होती है. इस मौसम में खाना सड़ने की समस्या भी अधिक होती है. इस मौसम में खाने-पीने की चीजों के बासी होने या खराब होने की समस्या भी काफी बढ़ जाती है. गर्मी के मौसम में बाहर का तला-भुना खाना खाने से शरीर के अंदर गर्मी बढ़ जाती है जिससे फूड पॉइजनिंग की समस्या बढ़ जाती है. बढ़ती गर्मी के साथ फूड पॉइजनिंग के मामले भी बढ़ रहे हैं.
हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, इसके लक्षण कुछ इस प्रकार है
उल्टी – जो खाया है उसे बाहर निकालने के लिए उल्टी करने जैसा महसूस होना.
बेचैनी – पेट में दर्द, बेचैनी महसूस होना और ऐसा महसूस होना कि आपको उल्टी हो सकती है.
दस्त – बार-बार पानी जैसा दस्त होना. दस्त के कारण आपका स्वास्थ्य बिगड़ना.
पेट में दर्द और ऐंठन – आपके पेट में गंभीर या हल्का दर्द हो सकता है.
बुखार – शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जो अक्सर बैक्टीरिया के कारण होने वाली फूड पॉइजनिंग से होता है.
कमजोरी और थकान – आप थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं, जिससे आपके लिए कई काम करना मुश्किल हो सकता है.
फूड पॉइजनिंग का इलाज कैसे करें
दिन भर में धीरे-धीरे और बार-बार तरल पदार्थ पीने से डिहाइड्रेशम को रोकने और रिकवरी को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा पर्याप्त नींद लेने से आपके शरीर को संक्रमणों से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने में मदद मिल सकती है.