महाराष्ट्र में मुंबई एटीएस ने चार बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया। एटीएस ने पांच अन्य बांग्लादेशियों की पहचान की है, जिसकी तलाश जारी है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए वोटर आईडी कार्ड बनवाकर लोकसभा चुनाव में मतदान भी किया।
इससे पहले सात जून को ठाणे में अवैध दस्तावेजों के साथ पुलिस ने नौ बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया था। इन महिलाओं की मदद करने के आरोप में एक अन्य महिला को भी गिरफ्तार किया गया। इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मीरा रोड के शांति नगर और गीता नगर इलाकों में अवैध रूप से रह रही नौ बांग्लादेशी महिलाओं को छापेमारी के बाद पकड़ लिया गया था।
इससे पहले भी हो चुकी है बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी
बता दें कि इस साल मार्च में भी मुंबई एटीएस ने नवी मुंबई में अवैध तरीके से रहने वाले पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। उनमें से किसी के पास भी वैध दस्तावेज नहीं मिला था। पिछले साल एटीएस ने कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से नवी मुंबई में रहने वाले नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। उनमें से दो बांग्लादेशी नागरिक 2022 में नवी मुंबई के नेरुल पुलिस स्टेशन में दर्ज दुष्कर्म के एक मामले में वॉन्टेड थे।
इसी साल फरवरी में एटीएस ने नवी मुंबई शहर से दो बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में कथित तौर पर अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया था। दोनों व्यक्तियों की उम्र 24 के करीब थी और वह पनवेल के नदवे में खिदुकपाड़ा गांव में रह रहे थे। कार्रवाई के दौरान उनके पास भी वैध दस्तावेज नहीं पाए गए थे। फरवरी में ही मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट-5 ने वडाला इलाके में अवैध तरीके से रह रहे 38 वर्षीय अफगान नागरिक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह अफगान का नागरिक है और 2007 से ही मुंबई में रह रहा है। पुलिस ने उसके पास से अफगान पासपोर्ट, पैनकार्ड और टीकाकरण प्रमाणपत्र बरामद किया।