हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। पार्वती नदी उफान पर है। मलाना डैम का गेट टूट गया है। पधर में बादल फटने से 1 व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 20 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासनिक टीमें अभी तक राहत कार्य नहीं शुरू कर पाई हैं क्योंकि सड़कें कट चुकी हैं। वायुसेना और एनडीआरएफ से मदद मांगी गई है।
हिमाचल के पधर सब-डिवीजन में बादल फटा
सूत्रों के अनुसार, मंडी जिले के पधर उपमंडल के थालतुकोड गांव में बादल फटा है। इस गांव में 20 लोग लापता हैं, जबकि 1 शव बरामद हुआ है। स्थानीय लोगों ने 35 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है। मंडी डीसी अपूर्व देवगन ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पधर उपमंडल में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मंडी जिला प्रशासन ने वायुसेना को रेस्क्यू के लिए अलर्ट कर दिया है और एनडीआरएफ से भी मदद मांगी गई है।
हिमाचल के पंडोह बाजार में पानी भरना शुरू
भारी बारिश के बाद पंडोह बाजार में पानी भरना शुरू हो गया है। यहां पंडोह डैम के तीन गेट खोल दिए गए हैं, जिससे पानी बाजार में प्रवेश कर रहा है। लोग अपने घरों को खाली कर रहे हैं और वाहन भी बाजार से हटा लिए गए हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग को मंडी से कुल्लू तक कई जगहों पर बंद कर दिया गया है। मंडी में ब्यास नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण पानी पंचवक्त्र मंदिर के आंगन तक पहुंच गया है।
हिमाचल के शिमला और मनाली में बादल फटने से तबाही
मंडी के बाद शिमला और मनाली में बादल फटने से भारी तबाही मची है। कुल्लू के मणिकरण घाटी, मंडी और शिमला के पास रामपुर बुशहर के झाकरी क्षेत्र में भी बादल फटने से भारी तबाही हुई है। सभी तीन स्थानों पर पानी के साथ आए मलबे ने विनाश का दृश्य पैदा कर दिया है। नदियाँ उफान पर हैं और क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।