पश्चिम बंगाल में जेल मंत्री अखिल गिरि विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, उनका एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। उसमें वह वन विभाग की एक महिला अधिकारी को धमकी देते और अपशब्द कहते दिख रहे हैं। इसी वीडियो के सामने आने पर विवाद पैदा होने के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने मंत्री से इस्तीफा देने और महिला से माफी मांगने को कहा था। हालांकि, मंत्री ने साफ कह दिया है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। उन्हें कोई पछतावा नहीं है।
मैंने अपना इस्तीफा दे दिया: गिरी
टीएमसी नेता अखिल गिरि ने कहा, ‘मैं कुछ नहीं कहूंगा। पार्टी ने मुझे कैबिनेट से इस्तीफा देने का आदेश दिया और मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है। मैंने इसे मुख्यमंत्री को सौंप दिया। मैं विधानसभा का सदस्य हूं। यह विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। इसलिए, मैं वहां जा रहा हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘वन विभाग द्वारा की जाने वाली शिकायत पर मुख्यमंत्री संज्ञान लेंगे। मैं उनकी शिकायत के बारे में नहीं बोलूंगा. मुझे इसका कोई पछतावा नहीं है। विपक्ष को बोलने दीजिए।’
क्या था मामला
पूर्व मेदिनीपुर के कांथी रेंज की वन अधिकारी मनीषा साहू जिले के ताजपुर समुद्र तट के वन क्षेत्र में अतिक्रमण हटा रही थीं, जो मंत्री अखिल गिरि को पसंद नहीं आया। गिरि ने महिला अधिकारी से कहा था कि आप सरकारी कर्मचारी हैं। बोलते वक्त सिर झुका कर बात करें। यही नहीं मंत्री ने यह कहकर धमकाया था कि अगर आपने इस मामले में दोबारा दखल देने की कोशिश की तो वह यह सुनिश्चित करेंगे आप सही सलामत न लौट सकें।
भाजपा ने मुद्दे को दिया तूल
बंगाल भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें गिरि स्थानीय दुकानदारों के सामने महिला वन अधिकारी को धमकाते दिख रहे हैं। गिरि ने दो साल पहले द्रौपदी मुर्मू की राष्ट्रपति पद पर नियुक्ति के वक्त उनके रंग रूप पर भी घटिया टिप्पणी की थी। पूर्व मेदिनीपुर के कांथी रेंज की वन अधिकारी मनीषा साव जिले के ताजपुर समुद्र तट के वन क्षेत्र में अतिक्रमण हटा रही थीं, जो मंत्री अखिल गिरि को पसंद नहीं आया। गिरि ने महिला अधिकारी से कहा कि आप सरकारी कर्मचारी हैं। बोलते वक्त सिर झुका कर बात करें।
भाजपा ने साधा निशाना
बंगाल भाजपा ने सोशल मीडिया पर कहा था कि क्या ममता बनर्जी अपने मंत्री को बाहर निकालकर सलाखों के पीछे डालने की हिम्मत करेंगी? भाजपा के राज्यसभा सदस्य शमिक भट्टाचार्य ने कहा था कि यह टीएमसी की संस्कृति है।
‘मैं माफी नहीं मांगूगा’
मामले ने तूल पकड़ा तो पार्टी ने अखिल गिरी से महिला अधिकारी से माफी मांगने को कहा। हालांकि, गिरि ने कहा था कि वह इस्तीफा दे देंगे, लेकिन माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा था कि किसी भी अधिकारी से माफी मांगने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। हालांकि, उन्होंने अपनी टिप्पणी पर खेद जताया।
उन्होंने कहा था, ‘मैं आज रात अपना इस्तीफा ईमेल करूंगा और सोमवार को विधानसभा में इसे व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंप दूंगा।’ एक अन्य टीएमसी प्रवक्ता जय प्रकाश मजूमदार ने कहा था कि पार्टी अपने सदस्यों के इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करती है। उन्होंने स्वीकार किया कि गिरि के गुस्से ने पार्टी की छवि को कुछ हद तक खराब किया है।