Bengal Bandh Updates: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस और प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस के बल प्रयोग के खिलाफ बीजेपी ने बुधवार (28 अगस्त) को बंगाल बंद बुलाया है। यह 12 घंटे का बंद सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। यह बंद टीएमसी सरकार के खिलाफ विरोध के रूप में बुलाया गया है, खासकर जब पुलिस ने मंगलवार को नबन्ना अभियान मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। उधर, ममता सरकार ने सरकारी दफ्तरों में सामान्य कामकाज के निर्देश दिए और बंद में शामिल नहीं होने की अपील की है।
बंगाल बंद को लेकर ममता सरकार की चेतावनी
नबन्ना अभियान मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों की गिरफ्तारी के खिलाफ बीजेपी ने बंगाल बंद बुलाया है। हालांकि, ममता बनर्जी सरकार ने साफ कर दिया है कि 28 अगस्त को राज्य में सामान्य कामकाज जारी रहेगा। सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे और सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर हाज़िर होना अनिवार्य होगा, अन्यथा उन्हें गैर-हाज़िरी के लिए शो-कॉज नोटिस का सामना करना पड़ सकता है।सरकार ने इस बंद को असंवैधानिक बताया और लोगों से इस बंद का समर्थन नहीं करने की अपील है।
बीजेपी ने राजनीतिक फायदे के लिए बंद बुलाया: TMC
नबन्ना अभियान विरोध प्रदर्शन एक गैर-पंजीकृत छात्र संगठन ‘पश्चिम बंगा छात्र समाज’ और एक राज्य सरकार के असंतुष्ट कर्मचारी मंच ‘संघर्षी संयुक्त मंच’ द्वारा आयोजित किया गया। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह बीजेपी समर्थित विरोध था। प्रदर्शनकारी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे थे, और उनका कहना था कि राज्य में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल नहीं है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने यह बंद सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए बुलाया है और राज्य में किसी भी तरह का बंद सफल नहीं होगा।
BJP की बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
- बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई में 160 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हुए, जिनमें 17 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने दावा किया कि इस झड़प में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। बंगाल में विपक्ष के नेता अधिकारी ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग भी की है।
- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा- “हम एक आम हड़ताल के लिए मजबूर हो गए हैं, क्योंकि यह तानाशाह शासन लोगों की आवाज को नजरअंदाज कर रहा है, जो पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे थे।”
- यह बंद और विरोध प्रदर्शन आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के कारण हो रही देशव्यापी नाराजगी के बीच हुआ है। कई हिस्सों में जूनियर डॉक्टर गैर-आपातकालीन मरीजों को देखने से इनकार कर रहे हैं और पीड़िता के लिए न्याय और अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।