प्रयागराज. यूपी के कई शहरों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छापेमारी की है. टीम ने प्रयागराज, महाराजगंज और आगरा में दबिश दी है. जिसमें आगरा के 1 स्टूडेंट के रूम पर एजेंसी ने धावा बोला है. रेड अर्बन नक्सली फंडिंग को लेकर ये छापेमारी की गई है. NIA ने महाराजगंज के 2 युवकों को हिरासत में ले लिया है. बताया जा रहा है कि यहां प्रतिबंधित CPI माओवादी संगठन को फंडिंग को लेकर रेड की गई है.
जानकारी के मुताबिक छात्र मोर्चा के नेता देवेन्द्र आजाद के कमरे पर एनआईए ने रेड डाली है. शहरी नक्सलियों को फंडिंग के मामले में छापेमारी की ये आशंका जताई जा रही है. देवेंद्र शिवकुटी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर सलोरी में स्थित एक लॉज में रहता है. छापेमारी से शिवकुटी इलाके में स्थित लॉज में खलबली मच गई है. छापेमारी के दौरान टीम में 6 सदस्य शामिल रहे. देवेंद्र के कमरे की काफी देर तक तलाशी ली गई. बताया जा रहा है कि इसके बाद देवेन्द्र को हिरासत में ले लिया गया है.
टीम ने देवेंद्र आजाद के घर पहुंच कर तलाशी ली और उससे 6 घंटे पूछताछ की. इस दौरान उसके कब्जे से मिले कुछ दस्तावेज भी जब्त कर लिए. देवेंद्र आजाद मूल रूप से भलोखरा थाना फतेहाबाद आगरा जिले का रहने वाला है. वर्तमान में देवेंद्र शिवकुटी के गोविंदपुर सलोरी स्थित एक लॉज में रहकर तैयारी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रयागराज के अलावा बलिया और अन्य जिलों में भी एनआईए की छापेमारी हुई है। प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी संगठन से जुड़े संदिग्ध सदस्यों की छानबीन को लेकर 4 राज्यों में एनआईए ने ये कार्रवाई की है. इससे पहले भी वाराणसी, देवरिया, चंदौली, प्रयागराज और आजमगढ़ में छापा मारा गया था. शुक्रवार को भी इन्हीं जिलों में संदिग्ध नक्सलियों के खिलाफ एक्शन लिया गया.
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक नक्सल संगठन देश विरोधी गतिविधियों के लिए ट्रेनिंग और अन्य साजोसामान जुटाने में लगे हुए हैं. जांच दल ने ऐसे सदस्यों के मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव और सिम कार्ड जैसे इलेक्ट्रानिक साक्ष्य जुटाए हैं. जिनकी जांच की जा रही है. इससे पहले सितंबर 2023 एनआईए ने पूर्वांचल के इन जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. वाराणसी में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की छात्रा के घर पर छापेमारी हुई थी. जो भगत सिंह मोर्चा नाम के संगठन से जुड़ी थी. देवरिया, चंदौली, प्रयागराज, वाराणसी, आज़मगढ़, जैसे आठ जिलों में ये छापेमारी हुई थी. देवरिया में राष्ट्रीय जनवादी पार्टी के महासचिव रामनाथ चौहान भी छापेमारी के दायरे में आए थे. चौहान के उमा नगर कॉलोनी स्थित आवास पर सुबह टीम ने छापेमारी की थी.