बरेली के एसएसपी दफ्तर में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब खुद को अधिवक्ता बताने वाली महिला ने अपने ऊपर डीजल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। यहां तैनात फायर ब्रिगेड की टीम ने महिला को पकड़ा। उसे महिला थाने ले जाकर पूछताछ की गई। उसने अपने गांव के प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए और अपने व परिवार के ऊपर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। महिला पर बरेली, रामपुर व मुरादाबाद जिले में सात मामले दर्ज बताए जा रहे हैं।
मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव हल्दी खुर्द की निवासी शाबीन बी वकील की ड्रेस में शुक्रवार दोपहर एसएसपी दफ्तर पहुंची। वहां उसने कपड़ों में छिपाकर लाई सफेद केन निकाली और उसमें भरा डीजल अपने ऊपर डालने लगी। उसे ऐसा करते देख फायर टीम की ओर से यहां तैनात किए गए फायरमैन रंजीत कुमार व सुशील कुमार ने उसे बचा लिया।
स्टाफ ने उसे अंदर लाकर बैठाया तो वह चीख चीखकर अपनी जान देने की बात कहने लगी। कह रही थी कि कई बार चक्कर लगाने के बाद भी उसकी नहीं सुनी जा रही है। यहां मौजूद एसपी साउथ मानुष पारीक ने उससे बात की। उसने बताया कि गांव के प्रधान व उनके परिवार के लोग दबंगई दिखाते हैं। उससे व उनकी छोटी बहनों से राह चलते अभद्रता करते हैं।
उन लोगों के खिलाफ कई मुकदमे लिखवा दिए हैं। वह चाहती हैं कि मुकदमे खत्म किए जाएं वरना इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए। एसपी साउथ ने महिला थाने ले जाने का निर्देश दिया। उन्होंने बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से जानकारी कराई तो महिला का वकील के रूप में पंजीकरण ही नहीं मिला। एसपी ने बताया कि महिला के खिलाफ मीरगंज में तीन, रामपुर व मुरादाबाद समेत सात मुकदमे पहले से दर्ज हैं। सच्चाई पता कर कार्रवाई की जाएगी।