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छत्तीसगढ़ में हवा में तड़पती रही मरीज, फिर तोड़ा दम: बेटा बोला- एयर एंबुलेंस में ऑक्सीजन सपोर्ट खराब था, इन्होंने मार डाला मां को

रायपुर के MMI नारायणा अस्पताल से रेफर की गई एक महिला मरीज की एयर एंबुलेंस में मौत हो गई। आरोप है कि मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिला और एयर एंबुलेंस बिना सुविधा दिए उड़ती रही। इसके चलते 15 मिनट तक तड़पने के बाद मरीज ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने एयर एंबुलेंस कंपनी रेड और MMI नारायणा अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। महिला के बेटे ने बताया कि एयर एंबुलेंस में ऑक्सीजन मशीन काम ही नहीं कर रही थी। उन्होंने जिम्मेदारों टिकरापारा थाने में शिकायत दी है और गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग रखी है।

टाटीबंध निवासी ओम खेमानी ने बताया कि उनकी मां भारती देवी खेमानी (57) की तबीयत खराब थी। 2 सितंबर को रात करीब 1 बजे MMI नारायणा अस्पताल लालपुर में भर्ती कराया गया। 10 दिनों के बाद जब भारती देवी के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ, तो डॉक्टरों ने उन्हें हैदराबाद रेफर कर दिया। ओम खेमानी ने बताया कि, रायपुर से हैदराबाद ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने रेड एम्बुलेंस कंपनी से एयर एंबुलेंस बुक कराई। गुरुवार को एयर एम्बुलेंस रायपुर एयरपोर्ट पहुंची। इसके बाद MMI अस्पताल से एयरपोर्ट तक एंबुलेंस में ले जाया गया। वहां से मां भारती देवी को एयर एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया।

ओम ने बताया कि एयर एम्बुलेंस ऑक्सीजन सपोर्ट मशीन की जांच किए बिना हवा में उड़ गई। टेक ऑफ होते ही जब मरीज को ऑक्सीजन चढ़ाया गया, लेकिन मशीन ने काम नहीं किया। आपत्ति जताने पर मेडिकल स्टाफ अन्य तरीके से ऑक्सीजन देने की कोशिश करने लगे। करीब 15 मिनट तक मरीज तड़पती रही, फिर उसकी मौत हो गई। ओम ने बताया कि जब उसने फ्लाइट में डॉक्टर को कहा कि ऑक्सीजन मशीन काम नहीं कर रही है, वापस रायपुर चलो। इस पर उन्होंने पायलट से बात करने को कहा। जब पायलट से बात की गई तो उन्होंने डॉक्टरों से बात करने को कहा। इस बातचीत में देर हो गई और ओम की मां ने दम तोड़ दिया।

मामले में ओम खेमानी ने टिकरापारा पुलिस से मामले की शिकायत की है। उन्होंने कहा कि MMI नारायणा अस्पताल और रेड एयर एम्बुलेंस के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से उनकी मां की मौत हुई है। उन्होंने रायपुर SSP और टिकरापारा पुलिस से आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज करने की मांग की है।ओम के भाई बाबू खेमानी ने बताया कि मरीज को बेहतर अस्पताल में इलाज के लिए करीब 10 दिन तक भर्ती रखा था, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। हैदराबाद रेफर करने के लिए रेड एयर एम्बुलेंस ने 6 लाख 11 हजार रुपए लिए थे, लेकिन इनकी लापरवाही मां की जान चली गई।

फिलहाल इस मामले में टिकरापारा पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई की बात की है। वहीं दूसरी ओर जब रेड एम्बुलेंस कंपनी से इस मामले में बातचीत करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।

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