पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मामले में सीबीआई अधिकारियों ने शनिवार को कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी एक अन्य डॉक्टर से पूछताछ की। बिरुपाक्ष बिस्वास आज सीबीआई अधिकारियों के सामने पेश हुए। बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें बर्धमान मेडिकल कॉलेज-अस्पताल से काकद्वीप अस्पताल में ट्रांसफर किया था। सीबीआई अधिकारी ने बताया कि बिरुपाक्ष बिस्वास मेडिकल कॉलेजों में सक्रिय उत्तर बंगाल लॉबी का हिस्सा था, जिसे नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल में देखा गया था। उत्तर बंगाल लॉबी यानी राज्य द्वारा संचालित अस्पतालों में काम कर रहे कुछ चिकित्सकों या अफसरों का समूह, जो जूनियर डॉक्टर्स को डरा-धमका रहा है।
सीबीआई अधिकारी ने कहा, “नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल में कोई आधिकारिक कार्यक्रम न होने के बावजूद उनकी उपस्थिति के बारे में पूछताछ की जा रही है।” बिरुपाक्ष बिस्वास के साथ अविक डे और रंजीत साहा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उनपर दूसरे मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के छात्रों को डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया है। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 351 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना नौ अगस्त की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। आठ अगस्त को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। घटना के दूसरे दिन सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ।
घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के मुंह और दोनों आंखों पर था। गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए। होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे।