कर्नाटक में बंगलूरू पुलिस ने परवेज नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि उसने बंगलूरू और कर्नाटक के अन्य हिस्सों में हिंदू नाम के साथ 22 पाकिस्तानी नागरिकों को राज्य में बसाने में मदद की थी। दरअसल, हाल ही में फर्जी नाम के साथ बंगलूरू में अवैध तरीके से रह रहे चार पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। जांच में मालूम चला कि परवेज इन पाकिस्तानी नागरिकों को बदले हुए नाम के साथ सभी प्रकार के दस्तावेज दिलाने में मदद करता था।
पुलिस सूत्र ने कहा, “हमने उसे पकड़ लिया है और जांच जारी है। उन्होंने आगे बताया कि जांच में दावणगेरे जिले में भी कई पाकिस्तानी नागरिकों के रहने का खुलासा हुआ। उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।” पिछले महीने बंगलूरू पुलिस ने एक पाकिस्तानी नागरिक को उसकी पत्नी और दो अन्य के साथ गिरफ्तार किया था। परिवार पिछले छह साल से फर्जी नाम और दस्तावेज के साथ बंगलूरू अवैध तरीके से रह रहा था। प्राथमिक जांच के मुताबिक, व्यक्ति की पत्नी बांग्लादेश की है और दोनों की शादी ढाका में हुई थी।
यह जोड़ा 2014 में दिल्ली आया और बाद में 2018 में बंगलूरू के जिगानी इलाके में आकर बस गया। गिरफ्तार किए गए दो अन्य की पहचान उसके साले-साली के रूप में हुई है। ये लोग पिछले छह वर्षों से जिगानी में फर्जी नाम से पहचान पत्र हासिल कर एक किराए के घर में रह रहे थे। इस मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वरम ने प्रतिक्रिया भी दी थी। उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना था कि ये सभी बंगलूरू में पिछले 10 साल से रह रहे थे। उन्होंने पूछा कि खुफिया एजेंसियों के पास उनके बारे में कोई जनकारी कैसे नहीं थी। परमेश्वर ने बताया कि उनके पास फर्जी भारतीय पासपोर्ट भी पाए गए।